भारतीय वायुसेना ने सरकार से कहा, ‘ तुरंत चाहिए हमें आधुनिक लड़ाकू विमान, मिसाइल और हथियार’
पुलवामा हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है और इस तनाव के चलते दोनों देश की सेनाएं अलर्ट पर हैं। पाकिस्तान के साथ बढ़ते इस तनाव को देखते हुए भारत सरकार अपनी तीनों सेनाओं को और मजबूत भी करने में लगी हुई है। ताकि भविष्य में किसी भी तरह की परिस्थिति के लिए हमारी सेना पूरी तरह से तैयार रहे और उनके पास किसी भी चीज की कमी ना हों। वहीं इसी बीच हमारे देश की वायुसेना ने भारत सरकार से आधुनिक हथियारों सहित कई ऐसी चीजों की मांग भी की है, जिनकी युद्ध के दौरान जरूरत पड़ सकती है।
इकोनॉमिक टाइम्स अखबार में छपी एक खबर के मुताबिक पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक करने के बाद पड़ोसी देश से तनाव काफी बढ़ गया है और इस तनाव को बढ़ता देख भारतीय वायुसेना ने सरकार से लड़ाकू विमान और मिसाइलों की मांग की है और कहा है कि उन्हें ये सब सामान जल्द से जल्द उपलब्ध कराएं जाएं। दरअसल हमारे वायुसेना के पास मिसाइलों की कमी नहीं है मगर एक बार जब इन मिसाइलों का प्रयोग ऑपरेशन के दौरान किया जाने लगता है तो इनकी लाइफ ज्यादा नहीं बची है। इसलिए वायुसेना ने भविष्य को देखते हुए सरकार के सामने आधुनिक हथियारों और मिसाइलों की मांग रखी है। साथ में ही वायुसेना ने नए लड़ाकू विमानों को भी भारतीय वायुसेना में शामिल करने की बात सरकार के कही है। क्योंकि अभी भी हमारी वायुसेना मिग 21 जैसे लड़ाकू विमान को ही उड़ा रही है जो कि काफी पुराने हो चुके हैं और इन विमानों की मदद से दुश्मनों का सामना करना काफी मुश्किल हो सकता है। गौरतलब है कि हाल ही में हमारी वायुसेना ने पाकिस्तान के आधुनिक लड़ाकू विमान F-16 का सामना, मिग 21 से किया था जो कि काफी पुराना विमान था।
आतंकी कैंपों की जगह बदली
भारत की तरफ से दो बार पाकिस्तान में घुसकर स्ट्राइक किए जाने से आतंकवादी काफी सतर्क हो गए हैं और कई सारे आतंकी संगठनों ने अपने ठिकानों को बदल लिया है। मीडिया में आई रिपोर्ट के मुताबिक भारत और पाकिस्तान की सीमा के पास बने सभी आतंकी कैंपों को खैबर पख्तूनख्वा के क्षेत्रों में शिफ्ट कर दिया गया है। ताकि भारत की और से होने वाली स्ट्राइक से इन्हें बचा जा सके है। इससे पहले ये सभी आतंकी कैंप नियंत्रण रेखा के पास ही हुआ करते थे। जिसके चलते भारत की और से आसानी से इन्हें निशाना बनाया जा सकता है। लेकिन अब इनको नियंत्रण रेखा से काफी दूर शिफ्ट कर दिया गया है।
गौरतलब है कि हमारे देश की और से फरवरी के महीने में की गई एयर स्ट्राइक के चलते पाकिस्तान में बने कई सारे आतंकी कैंप तबाह हो गए थे और भारत ने इन कैंप को तबाह करने के लिए लड़ाकू विमानों का सहारा लिया था। जिस वक्त ये एयर स्ट्राइक की गई थी उस समय ये आतंकी कैंप हमारे देश की सीमा से ज्यादा दूर नहीं थी। इसलिए इन तक पहुंचने में और इनको तबाह करने में भारतीय वायुसेना को ज्यादा दिक्कत नहीं हुई थी। मगर अब इन कैंप की लोकेशन बदल दिया गई है और इन कैंप को सीमा से काफी दूर बनाया गया है। ताकि आगे भविष्य में भारतीय वायुसेना इन कैंप को तबाह ना कर सके।