अक्षय कुमार के साथ काम कर चुका है ये एक्टर, आज कर रहा है गार्ड की नौकरी
न्यूज़ट्रेंड एंटरटेनमेंट डेस्क: बॉलीवुड इंडस्ट्री काफी बड़ी है यहां पर लाखों की संख्या में लोग अपनी किस्मत आजमाने के लिए पहुंचते हैं। उनमें से कुछ तो सक्सेसफुल हो जाते हैं तो कुछ काफी टाइम तक अपनी किस्तम आजमाते रहते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताएंगे जो फिल्मों में आए कई बड़े कलाकारों के साथ काम भी किया लेकिन आज वो इतने मजबूर हो गए हैं कि अपने घर चलाने के लिए सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करनी पड़ रही हैं।
हम बात कर रहे हैं सवी सिद्धू की उन्होंने अपने करियर की शुरूआत अनुराग कश्यप के फिल्म पांच से की थी लेकिन ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर रिलीज नहीं हो पाई थी, लेकिन इसके बाद सवी को और भी कई बॉलीवुड फिल्मों में काम मिला। बता दें कि सवी ने अनुराग की फिल्म गुलाल, ब्लैक फ्राइडे और अक्षय कुमार के साथ फिल्म पटियाला हाउस में भी काम कर चुके हैं। सवी ने बताया कि उनके पास कभी फिल्मों की कमी वहीं रही। उन्होंने यशराज बैनर और सुभाष घई की फिल्मों में भी कई किरदार निभाए हैं। लेकिन अब उनके साथ ऐसा कुछ हो गया है कि उन्हें अपना घर खर्च चलाने के लिए गार्ड की नौकरी करनी पड़ रही है।
सवी ने बताया कि उनको हमेशा से ही एक्टिंग का शौक था। उन्होंने अपनी शुरूआती पढ़ाई लखनऊ से पूरी करने के बाद वो चंडीगढ़ चले गए जहां से उन्होंने ग्रेजुएशन किया। जिसके बाद वो लॉ की पढ़ाई करने के लिए वापस लखनऊ आ गए, साथ ही थिएटर भी करने लगे। सवी के भाई की नौकरी एयर इंडिया में लग गई थी जिससे उनका मुंबई जाना आसान हो गया था। जिसके बाद से सवी मुंबई जाकर प्रोड्यूसर्स से मिलते थे।
एक वेबसाइट दिए इंटरव्यू में सवी ने बताया कि ‘कई बड़े डायरेक्टर के साथ काम किया। मुंबई में जहां लोगों को काम नहीं मिलता वहीं मुझे कभी काम की कमी नहीं रही। मुझे ही छोड़ना पड़ा सब। मेरी हेल्थ प्रॉब्लम बढ़ने लगी। इस वजह से मैंने फिल्मों से दूरी बना ली। मेरे पास पैसे की कमी होने लगी। मेरी जिंदगी का सबसे मुश्किल दौर तब था जब मेरी पत्नी की मौत हो गई। उसके बाद मेरे माता-पिता की मौत हो गई। फिर मेरे सास-ससुर ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया। मेरे घर में 7-8 लोगों के अचानक इस तरह मौत होने से मैं बिल्कुल अकेला रह गया।’ अपनी आप बीती बताते-बताते सवr रो पड़ते हैं।’
इस तरह बिता रहे हैं जिंदगी
सवी ने बताया कि ‘सिक्योरिटी गार्ड की जॉब 12 घंटे की होती है। सुबह 8 बजे से लेकर रात के 8 बजे तक। अकेले होने की वजह से वह खुद ही घर पहुंचकर अपना खाना बनाते हैं और सारे काम करते हैं । और दूसरे दिन सुबह उठकर फिर वापस आना होता है। जब उनसे फिर से फिल्मों में काम करने के लिए पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी उनके पास इतने पैसे नहीं हैं कि वो बस से प्रोड्यूसर-डायरेक्टर से मिलने जा सकें।
सवि ने ये भी बताया कि उनको फिल्में देखने का बहुत मन करता है लेकिन पैसों की कमी की वजह से वो फिल्में नहीं देख पाते हैं। उन्होंने बताया कि इस नौकरी से वो पैसे जोड़ रहे हैं और अब उनकी हालत भी पहले से ठीक है। पैसे होने के बाद वो फिर से जाकर प्रोड्यूसर और डायरेक्टर से मिलेंगे और उनको भरोसा है कि एक बार फिर से उनको काम मिल जाएगा। सवि आगे कहते हैं कि ‘वो मेरा इंतजार कर रहे हैं मैं जल्द आ रहा हूं।’