सिर्फ नशा ही नहीं बल्कि इन तीन बीमारियों से भी लड़ता है भांग, जाने इसके बेमिसाल फायदे
ऐसा माना जाता है कि भोलेनाथ का असली प्रसाद भांग ही होता है और इसे हर शिवभक्तों को लेना चाहिए. बहुत से लोग शिवप्रसाद के नाम पर इसका सेवन हद से ज्यादा कर लेते हैं और ये उनके स्वास्थ्य को हानि पहुंचा देता है. भांग एक नशीला पदार्थ है जिसे बहुत से लोग अपने शौक के लिए भी खाते हैं लेकिन इसका सबसे ज्यादा सेवन महाशिवरात्रि और होली पर किया जाता है जब इसे ठंडाई, लड्डू या किसी भी खाद्य पदार्थ में मिलाकर करते हैं. महर क्या आप जानते हैं कि भांग कई बीमारियों से भी बचाता है और इसका प्रयोग कुछ मरीजों को ठीक करने के लिए भी क्या जाता है. सिर्फ नशा ही नहीं बल्कि इन तीन बीमारियों से भी लड़ता है भांग, इसे सुनने के बाद आप भी एक बार तो जरूर करेंगे इसका सेवन.
सिर्फ नशा ही नहीं बल्कि इन तीन बीमारियों से भी लड़ता है भांग
भांग का प्रयोद उन मरीजों के लिए किया जाता है जिन्हें पेन किलर गोलियां खाना मना होता है. भांग दर्द सहने की क्षमता बढ़ाता है और इसलिए इसे असहनीय दर्द में खाया जाता है. अर्थदेव में इसे चिंता दूर करने की जड़ी बूटी बताया गया है. दरअसल भांग में मौजूद टीएचसी तत्व पाया जाता है जो मस्तिष्क के उन हिस्सों को सक्रिय बनाता है जो दर्द से लड़ने के लिए या बर्दाश्त करने की क्षमता के लिए काम में आते हैं.
हल्कि बीमारी में फायदेमंद
भांग का प्रयोग दर्द दूर करने के साथ-साथ जी मिचलाना या उल्टी होने की समस्या को दूर करता है. इसका प्रयोग डायबिटीज में वेट में होने वाली कमी और तंत्रिकाओं संबंधी रोगों का भी इलाज करता है. बुखार, पेचिश, तुरंत पाचन और भूख बढ़ाने में भी इसका प्रयोग किया जाता है. इतना ही नहीं गठिया, अवसाद और चिंता के इलाज में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. भांग की ताजा पत्तियों का लेप लगाने से त्वचा का रोग भी ठीक होता है.
चक्कर आना या हैपेटाइसिस के साइड इफेक्ट में आराम
भांग में पाया जाने वाला कैनाबिनॉएड्स कंपाउंड इंसान को शांत रखता है और ये शांत रहने वाले हिस्से को ये एक्टिव करने की क्षमता भी रखता है. इतना ही नहीं बार-बार चक्कर आने की समस्या को भी ये ठीक करता है. यूरोपियन जनरल ऑफ गैस्ट्रोलॉजी एंड हेपाटोलॉजी के अनुसार भांग की मदद से 86 प्रतिशत मरीज हैपेटाइटिस सी से मुक्त हुए हैं.
कैंसर पर असर
भांग में कैंसर से लड़ने की शक्ति होती है. ऐसा रिसर्च में बताया गया है कि ट्यूमर के विकास के लिए जरूरी रक्त कोशिकाओं को रोकने की शक्ति भांग में होती है. कैनाबिनॉएड्स से कोलन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और लिवर कैंसर का सफल इलाज होता है. इसके अलावा भांग स्ट्रोक की स्थिति में मस्तिष्क को नुकसान होने से बचाता है और भांग स्ट्रोक के असर को दिमाग के कुछ ही हिस्सों में सीमित कर देती है.