Breaking news

मसूद अजहर का साथ देना चीन को पड़ा भारी, भारतीय लोग इस तरह से सीखा रहें हैं चीन को सबक

चीन देश ने हाल ही में वीटो पावर का इस्तेमाल कर जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का नाम वैश्विक आतंकवादी की सूची में शामिल होने से बचा लिया था। चीन की इस हरकत से भारत के लोगों में अब इस देश के प्रति काफी गुस्सा भर गया है। सोशल मीडिया के जरिए लोग चीन के प्रति अपनी नाराजगी दिखा रहे हैं और चीन देश में बनाई जाने वाली चीजों का इस्तेमाल ना करने को लेकर ट्वीट कर रहें हैं। इस वक्त ट्विटर पर #BoycottChineseProducts काफी ट्रेंड पर चल रहा है और लोगों से इस देश में बनने वाले समानों को बायकॉट करने को कहा जा है।

कई लोगों ने किया टिक-टॉक को अनइंस्टॉल

#BoycottChineseProduct के चलते कई सारे लोगों ने अपने फोन से  टिक-टॉक एप को अनइंस्टॉल कर दिया है। क्योंकि ये एप चीन देश की एक कंपनी की है। इस एप को अनइंस्टॉल करने वाले एक भारतीय ने ट्वीट कर कहा जा रहा है कि ‘मैंने #TikTok को अनइंस्टॉल किया और मैं हर राष्ट्रवादी भारतीय को चीन देश के सामानों को #BoycottChineseProducts करने का आग्रह करता हूं। इन चीनी गद्दारों को सबक सिखाना है। इस ट्टीट के अलावा सौरभ कुमार नाम के व्यक्ति ने भी टिक-टॉक एप को अनइंस्टॉल करने को लेकर ट्टीट किया है और लिखा है कि ‘अनइंस्टॉल चाइनीज टिक-टॉक एप  #BoycottChineseProducts’।

टिक-टॉक एप के अलावा और भी ऐसे चाइनीज उत्पाद हैं जिनको बायकॉट करने को कहा जा रहा है। एक व्यक्ति ने तो चीन देश के टॉप एप की एक सूची ट्वीट की है और इन एप्स को अनइंस्टॉल करने को कहा है। जबकि एक व्यक्ति ने Oppo स्मार्टफोन्स को फेंक देने को कहा है और लिखा है कि अपने खिलाड़ियों को चीन की कंपनी प्रायोजित टी-शर्ट नहीं पहननी चाहिए।

आखिर लोगों के अंदर क्यों हैं इतना गुस्सा

दरअसल चीन देश 10 सालों से मसूद अजहर का नाम वैश्विक आतंकवादी की सूची में शामिल नहीं होने दे रहा है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जब भी इस आतंकी का नाम वैश्विक आतंकवादियों की सूची में शामिल करने को लेकर प्रस्ताव पेश किया गया है। चीन  ने अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल कर इस प्रस्ताव को गिरा दिया  हैं। चीन की और से चार बार ऐसा किया जा चुका है। हाल ही में पुलवामा हमले के बाद फिर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मसूद अजहर से जुड़ा ये प्रस्ताव पेश किया जाना था और भारत और  संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सभी स्थाई सदस्यों अमेरिका, फ्रांस, रूस और यूनाइटेड किंगडम को उम्मीद थी कि चीन अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल इस बार मसूद अजहर का पक्ष नहीं लेगा। मगर चीन ने ऐन मौके पर अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल कर फिर से मसूद अजहर को बचा ली। चीन के इस कदम से ही भारत के लोग काफी नाराज है। वहीं दूसरी तरफ अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्य चीन देश को बार बार अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल कर मसूद अजहर  को बचाने को लेकर चेतावनी भी दी है। अमेरिका ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि चीन दूसरे सदस्यों को अन्य एक्शन लेने पर मजबूर कर रहा है।

Back to top button