अमेरिका का ये जनरल नहीं होता तो नहीं हो पाती अभिनंदन की रिहाई, पाक की नाक में कर दिया था दम
कुछ दिनों पहले भारत और पाकिस्तान के बीच टेंशन का माहौल काफी गरमाया हुआ था. पुलवामा हमले के बाद जब से भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश के आतंकी ठिकानों को तहस-नहस किया था, तब से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ था. 27 फरवरी को विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान ने पाकिस्तानी लड़ाकू विमान F-16 को मार गिराया. अभिनंदन ने सालों पुराने मिग-21 से ये हैरान कर देने वाला कारनामा कर दिखाया. बता दें, लड़ाई के दौरान अभिनंदन का विमान क्रैश होकर पाकिस्तान में गिर गया था. अभिनंदन वर्थमान पाकिस्तान के कब्जे में चले गए. पहले तो पाकिस्तान किसी भी हालत में अभिनंदन को छोड़ने के लिए तैयार नहीं था. वह अभिनंदन को छोड़ने के लिए भारत के सामने तरह-तरह की शर्तें रख रहा था. लेकिन बाद में भारत के सख्त रवैये के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को दबाव में आकर अभिनंदन को छोड़ना ही पड़ा.
वैसे तो अभिनंदन को पाकिस्तान के कब्जे से छुड़ाने में भारत ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया लेकिन हाल ही में खबरें आई हैं कि अमेरिका के एक जनरल ने अभिनंदन को छुड़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. अमेरिका के जनरल जोसेफ वोटेल लगातार पाकिस्तान के संपर्क में थे और उन्होंने साफ कह दिया था कि अभिनंदन को सुरक्षित जल्द से जल्द भारत को लौटा दिया जाए.
भारत सिर्फ अभिनंदन की वापसी से होगा शांत
जैसे ही पता चला कि अभिनंदन पाक सेना के कब्जे में चले गए हैं, वैसे ही दिल्ली से लेकर वाशिंगटन तक सारी मशीनरी एक्टिव हो गयी थी. अमेरिका के मिलिट्री ऑफिसर्स बार-बार पाक पर दबाव डाल रहे थे कि वह जल्द से जल्द अभिनंदन को रिहा कर दे, तभी तनाव को कम किया जा सकता है. ख़बरों की मानें तो यूएस के सेंटकॉम कमांडर जनरल जोसेफ वोटेल ने पाक आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बावजा से फोन पर बात की और जल्द से जल्द अभिनंदन को छोड़ने के लिए कहा.
बता दें, जोसेफ वोटेल जिस कमांड के मुखिया हैं, उस पर उनके ऊपर ही अफ़ग़ानिस्तान में ऑपरेशन की भी जिम्मेदारी है. तालिबान को वार्ता की मेज पर लोन में पाकिस्तान लगातार कोशिशें कर रहा है. पाकिस्तान आर्मी का एकमात्र स्त्रोत ही सेंटकॉम कमांडर अमेरिका से बात करने का है. उस समय जनरल जोसेफ ने ही अमेरिका की तरफ से अधिकतर बातचीत की थी. इस बातचीत के दौरान उनके साथ अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एनएसए जॉन बोल्टन भी शामिल थे. उस समय बोल्टन भारत के एनएसएसस अजित डोवाल से लगातार बातचीत कर रहे थे. हालांकि बोल्टन ने जनरल जोसेफ पर ही पाकिस्तान के साथ डील करने की जिम्मेदारी डाल दी थी. अमेरिका ने ब्रिटेन के जरिये पाकिस्तान को संदेश भेजवाया था. बता दें, पाकिस्तान पर ब्रिटेन की सेना का बहुत अधिक प्रभाव है.
अभिनंदन का प्रयोग किसी भी तरह की डील के लिए न हो
अमेरिका ने पाक से ये बात साफ़ कर दी थी कि अभिनंदन का प्रयोग किसी तरह की डील के लिए नहीं किया जाए. वहीं, भारत ने भी ये बात साफ़ कर दी थी कि अभिनंदन की रिहाई पर भारत पाकिस्तान के साथ कोई सौदेबाजी नहीं करेगा. इसके अलावा भारत ने अमेरिका से कहा था कि विंग कमांडर अभिनंदन के साथ पाकिस्तान में अच्छा व्यवहार होना चाहिए. इसी बीच खबर आई कि इमरान खान अभिनंदन को देश वापस भेज रहे हैं, जो इस बात की तरफ इशारा करता है कि पाकिस्तान को अमेरिका की बात माननी पड़ी.
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