पाकिस्तान नहीं कर पाएगा भारतीय रक्षा ठिकानों पर अब हमला, सीमा पर बनाएं जाएंगे शेल्टर
भारत सरकार ने बॉर्डर पर बनें अपने रक्षा ठिकानों की सुरक्षा मजबूत करने के लिए एक प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी और इस प्रोजेक्ट की मदद से अब भारत के बॉर्डर पर बनें रक्षा ठिकानों पर शेल्टर लगाए जाएंगे। इन शेल्टर के लग जाने से सीमा पर खड़े लड़ाकू विमानों की रक्षा पड़ोसी देशों से की जा सकेगी। हाल में पाकिस्तान की और से आए तीन लड़ाकू विमानों ने भारतीय सीमा में घुस, बॉर्डर पर बनाए गए भारतीय रक्षा ठिकानों पर मिसाइल फेंक दी थी। हालांकि ये मिसाइल इन जगहों से दूर गिरी थी जिसके चलते किसी तरह का नुकसान इन ठिकानों को नहीं पहुंचा था। लेकिन पाकिस्तान की और ये की कई इस हरकत ने ये सवाल जरूर खड़ा कर दिया था कि बॉर्डर के पास खड़े भारत के लड़ाकू विमान कितने सुरक्षित हैं?
बनाएं जाएंगे 110 शेल्टर
इस नए प्रोजेक्ट की मदद से 110 शेल्टर का निर्माण किया जाएगा और इन शेल्टर के अंदर ही सीमा पर खड़े होने वाले भारत लड़ाकू विमान को रखा जाएगा। बताया जा रहा है कि ये शेल्टर इतने मजबूत होंगे की इनपर किसी मिसाइल या बम का असर नहीं होगा और इन शेल्टर के अंदर खड़े सभी विमान सुरक्षित रहेंगे। ब्लास्ट पेन्स के नाम से जाने जानेवाले इन शेल्टर को पाकिस्तान और चीन की सीमा के पास बनें भारतीय एयरफोर्स के ठिकानों पर बनाया जाएगा।
5 हजार करोड़ का होगा ये प्रोजेक्ट
110 शेल्टर को बनाने के लिए भारत सरकार को करीब 5,000 करोड़ रुपए से अधिक का खर्चा आएगा। हालांकि इन शेल्टर के बन जाने से भारतीय वायुसेना बिना किसी डर के सीमा के पास सुखोई-30 और एमकेआई (Su-30MKI) जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमान खड़े कर सकेगी। इन शेल्टर की मदद से हमारे लड़ाकू विमानों को पड़ोसी देश के हमले से बचाया जा सकेगा।इस प्रोजेक्ट के तरह बनने वाले ये शेल्टर बेहद मोटी कंक्रीट की दीवारों से बनाएं जाएंगे और इन शेल्टर को तबाह करना दुश्मनों के लिए नामुमकिन होगा।
सुरक्षित नहीं हैं हमारे लड़ाकू विमान
इस वक्त पाकिस्तान से लगी सीमा पर खड़े हमारे लड़ाकू विमान सुरक्षित नहीं है और खुले में इन विमानों के होने से इनकी सुरक्षा की चिंता बिनी रहती है। वर्ष 1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध के दौरान भी पाकिस्तान और भारत की सीमा के पास, भारत की और से बनाए गए रक्षा ठिकानों पर खड़े कई विमानों को नुकसान हुआ था। क्योंकि ये विमान खुली जगह पर ही खड़े किया गया था। इसी तरह से 27 फरवरी को भी पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने भारत की सीमा में घुसकर हमारे रक्षा ठिकानों पर हमला किया था। अगर पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों की और से छोड़ी गई मिसाइल सही से इन ठिकानों पर लग जाती तो भारत को काफी नुकसान हो सकता है। पाकिस्तान की और से की गई इस हरकत ने हमारे लड़ाकू विमानों की सुरक्षा की कमी को एक बार फिर से उजागर कर दिया था। मगर अब भारत सरकार ने अपने रक्षा ठिकानों को मजबूत करने में किसी भी तरह की देरी नहीं की है और पाकिस्तान की और से हुए इस हमले के कुछ ही हफ्तों के अंदर इस प्रोजेक्ट के मंजूरी दे दी है।