मां बेचती थीं बर्तन और कपड़े, 33 साल तक चाल में गुज़री ज़िंदगी, याद कर भावुक हुए जैकी श्रॉफ
फिल्मी एक्टर्स को देखकर हमें लगता है कि काश इनके जैसी जिंदगी हमें भी मिली होती तो जिंदगी जन्नत बन जाती लेकिन हर एक्टर को नवाबी ठाठ नहीं मिले. फिर आप शाहरुख खान को ले लीजिए या फिर अक्षय कुमार या अमिताभ बच्चन को ले लीजिए. ये सभी बॉलीवुड के दिग्गजों में आते हैं लेकिन इन्होंने यहां तक पहुंचने में बहुत मेहनत की और बहुत से समझौते अपने बचपन में किए थे तभी जाकर आज ये भारत के अमीर लोगों में पहचाने जाते हैं. इन सबसे अलग ज्यादा गरीबी अभिनेता जैकी श्रॉफ ने देखी है जब मां बेचती थीं बर्तन और कपड़े, 33 साल तक चाल में गुज़री ज़िंदगी, उन पलों को याद करते हुए जैकी श्रॉफ एक रिएलिटी शो में भावुक हो गए थे. उनकी आंखों में आंसू देखकर सभी इमोशनल हो गए.
मां बेचती थीं बर्तन और कपड़े, 33 साल तक चाल में गुज़री ज़िंदगी
90 के दशक में हिंदी सिनेमा के दमदार एक्टर्स में शामिल एक्टर जैकी श्रॉफ ने एंट्री ली थी. उनके संघर्ष की कहानी उन्होंने सुपर डांसर-3 के सेट पर शेयर की, जिसे बताते हुए वे भावुक हो गए. सुपर डांस-3 के सेट पर बतौर मेहमान बनकर आए जैकी श्रॉफ ने बताया कि आज वो किसी भी चीज को लेकर परेशान नहीं है लेकिन एक समय था जब वो बहुत ज्यादा परेशान रहते थे. शो में आए कंटेस्टेंट 11 साल के दक्षित भंडारी ने जब अपनी मां के मुश्किल दिनों की बातें बताईं तो जैकी श्रॉफ भावुक हो गए और उनकी आंखें भीग गईं.
जैकी ने बताया कि वो अक्षित की मां से पूरी हमदर्दी रखते हैं और वो उनकी परेशानियों को अच्छे से समझ सकते हैं. जैकी ने आंसू पोछते हुए आगे बताया कि वो भी मुंबई में अपने शुरुआती दिनों में एक चॉल में रहते थे और जिंदगी के 33 साल उसमें बिताया. उस दौरान उनकी मां भी बर्तन मांजकर हुजारा करवाती थीं, उस दौरान जैकी ने बताया कि 30 लोगों के परिवार के लिए सिर्फ 7 कमरे का चॉल हुआ करता था और उसमें भी सिर्फ 3 शौचालय होते थे. उन दिनों का संघर्ष आज भी उनके जहन में है और उस दर्द को ताजा कर देता है.
पहली ही फिल्म से छा गए बॉलीवुड में
एक बार मुंबई में किसी फिल्म की शूटिंग के दौरान देव आनंद ने जैकी को देखा और उनसे पूछा फिल्मों में काम करोगे. उन्होने जैकी को उस समय जिस फिल्म के लिए साइन किया वो फिल्म रिलीज नहीं हो पाई इसके बाद सुभाष घई ने अपनी फिल्म हीरो के लिए उन्हें साइन कर लिया. इसमें उनकी जोड़ी मिनाक्षी शिषाद्री के साथ जमी और आते ही वो हिट हो गए. फिल्म ब्लॉकबस्टर हुई और गाने सुपरहिट हुए. इसके बाद जैकी ने दूध का कर्ज, तेरी मेहरबानियां, राम लखन, खलनायक, आइना, कर्मा, शपथ, त्रिदेव, बॉर्डर, कुदरत का कानून, वर्दी, रंगीला, बाप नंबरी बेटा दस नंबरी. परिंदा और हैप्पी न्यू ईयर जैसी सफल फिल्मों में काम किया है.