किसी भी समस्या का हल मिल सकता है बस इसके लिए हटकर सोचें औऱ दूसरों से अलग सोचे
जब भी हमारे सामने कोई पहेली या सवाल आता है तो हम उसके लिए जवाब ढूंढना शुरु कर देते हैं। कभी लगता है कि जवाब या तो बहुत आसान होगा या फिर बहुत ही कठिन, लेकिन कई बार जवाब बस थोड़े अलग तरीके से सोचने पर ही मिल जाता है। हम किसी भी समस्या के समाधान के लिए बहुत सीधे य़ा फिर ज्यादा दिमाग लगाने की जरुरत नहीं होती है थोड़ा हटकर सोचने से हमें उस सवाल का जवाब मिल जाता है। आपको ये बात हम एक कहानी के तौर पर समझाते हैं।
बकरे को संतुष्ट करने की प्रतियोगिता
एक राजा के पास एक बकरा था जो उसे बहुत प्रिय था, लेकिन वो बहुत ज्यादा घास खाता था। राजा के पास कोई कमी नहीं थी, लेकिन उन्हें समझ नहीं आता था की बकरा इतना ज्यादा घास क्यों खाता है। एक बार उन्होंने घोषणा की जो भी व्यक्ति इस घोड़े को घास खिलाकर संतुष्ट कर देगा उसे स्वर्ण मुद्राएं दी जाएंगी। बकरा घास खाकर तृप्त हुआ है या नहीं स्वयं राजा इसका फैसला करेंगे।
हर व्यक्ति ये घोषणा सुनकर खुश था क्योंकि ये सभी को बहुत आसान काम लगा था। बकरे को घास खिलानी है, कितनी खा लेगा, थोड़ी देर में संतुष्ट हो जाएगा और स्वर्ण मुद्रा हमें मिल जाएगी। ऐसा ही हर व्यक्ति सोच रहा था ऐसे में बड़ी संख्या में लोग बकरे को घास खिलाने के लिए राज महल में पहुंच गए। लोगों ने धीरे धीरे घास खिलाने की कोशिश की, लेकिन बकरा सारी घास खा जाता औऱ फिर खाने के लिए मुंह खोलने लगता। अंत में सभी हार गए औऱ समझ गए की इस बकरे को कोई भी संतुष्ट नहीं कर सकता है। सभी हार गए की इस प्रतियोगिता को कोई औऱ नहीं जीत सकता।
इस तरह व्यक्ति ने जीते स्वर्ण मुद्राएं
इन्हीं के बीच एक बुद्धिमान व्यक्ति था। सभी के हार जाने के बाद वो व्यक्ति राजा के सामने आ गया। उसने कुछ पल के लिए बकरे को अपने साथ ले जाने की अनुमति मांगी । राजा ने बकरे को उस व्यक्ति के साथ भेज दिया। व्यक्ति बकरे को जंगल की ओर ले गया और उसे घास खिलाई। कुछ देर बाद उसे दो डंडे मार दिए और फिर घास सामने रखी। बकरे ने फिर घास खाई तो उसने फिर दो डंडे मार दिए। फिर घास खिलाई और व्यक्ति ने बकरे को फिर डंडे मार दिए।
इसके बाद वो बकरे को अपने साथ लेकर राजा के महल में गया औऱ कहा कि मैं अब इसे घास खिलाना चाहता हूं। जैसे ही बकरे के सामने घास आई उसने मुंह लगाने से पहले सोचा की अगर खाया तो मार पड़ेगी। ऐसे में उसने घास छोड़ दी। सभी देखकर हैरान थे की हमेशा घास खाने वाला बकरा आखिर खाना क्यों नहीं खा रहा है। कोई कुछ भी सोचे, लेकिन व्यक्ति ने राजा की शर्त पूरी कर दी थी औऱ राजा ने उस व्यक्ति को हजार स्वर्ण की मुद्राएं दे दी।
ऐसे ही हम समझ सकते हैं कि कई बार जब एक ही प्रयास करने से सफलता ना मिले तो तरीका बदल लेना चाहिए। प्रयास करने के लिए अपनी सोच का दायरा बढ़ाना चाहिए और कुछ हटकर सोचना चाहिए तभी सफलता मिलेगी।
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