256 साल तक जीवित रहकर इस शख्स ने तोडा था रिकॉर्ड, लंबी आयु के पीछे था ये अनोखा राज
लंबी उम्र की कामना हर कोई करता है. पर कुछ ही लोग सौ का आंकड़ा पार कर पाते हैं. हाल ही में जापान की रहने वाली महिला केन तनाका को अधिकारिक तौर पर दुनिया की सबसे बुजुर्ग जीवित महिला का खिताब दिया गया. आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि 9 मार्च 2019 को जापान की यह बुजुर्ग महिला 116 साल 66 दिन की हो गयी. इस महिला के बारे में जानकर हर कोई हैरान है. एक आम आदमी 50 साल की उम्र पार कर जाए उसके लिए वही काफी होता है. वो टाइम गया जब पहले लोग 80-90 साल तक जीवित रहते थे. आजकल के बदलते और ख़राब लाइफस्टाइल ने व्यक्ति की आयु को कम कर दिया है. यदि लोग इस उम्र तक पहुंच जाते हैं तो ये वाकई किसी अचीवमेंट से कम नही होता. लेकिन आज के इस पोस्ट में हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो 100-200 नहीं बल्कि पूरे 256 साल तक जीवित रहा था.
हम जिस शख्स की बात कर रहे हैं उनका नाम ली चिंग युए है. इतिहासकारों की मानें तो ली चिंग युए का जन्म 3 मई 1677 को चीन के कीजियांग में हुआ था. वहीं, कुछ लोग मानते हैं कि उनका जन्म सन 1736 में हुआ था. ली चिंग का निधन 6 मई 1933 को हुआ. 1928 में अमेरिका के अखबार ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ में एक पत्रकार ने ली चिंग युए के बारे में लिखा था कि ली चिंग के आस-पास रहने वाले बुजुर्ग कहते थे- जब उनके दादा लोग बच्चे थे तो वो ली चिंग को जानते थे, वे उस समय भी एक अधेड़ उम्र के शख्स हुआ करते थे.
जीवनकाल में की कुल 24 शादियां, थे 200 से भी ज्यादा बच्चे
1930 में ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ में छपी एक खबर की मानें तो चीन की चेंगडू यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर वू चुंग चीएह ने साल 1827 में उनकी 200वीं जन्मदिन के मौके पर शुभकामनाएं दी थी. जानकारी के लिए बता दें ली चिंग युए कोई आम व्यक्ति नहीं थे.
वह अपने समय में फेमस चाइनीज हर्बलिस्ट, मार्शल आर्टिस्ट और सलाहकार थे. उन्हें आज भी लोग सबसे ज्यादा समय तक जीवित रहने के लिए याद करते हैं. ली चिंग ने हर्बल मेडिसिन का बिजनेस मात्र 10 साल की छोटी उम्र से ही शुरू कर दिया था और 71 साल की उम्र में चीन के सेना में बतौर मार्शल आर्ट्स ट्रेनर शामिल हुए थे. लोगों का कहना है कि अपने जीवनकाल में ली चिंग ने कुल 24 शादियां की थी और सभी शादियों को मिलाकर उनके कुल 200 से भी ज्यादा बच्चे थे.
मन और तन को शांत रखना था लंबे जीवन का रहस्य
लोग तो यह भी कहते हैं कि उन्होंने अपने जीवन के शुरूआती 100 साल लिंग्जी, गोजी बेरी, जीसेंग, वू और गोडा कोला जैसी जड़ी-बूटियों को इकठ्ठा करने में निकाल दिया. इन जड़ी बूटियों को बेचकर उन्होंने खूब पैसा कमाया. उन्होंने अपनी जिंदगी के अगले 40 साल जड़ी-बूटी बेचते हुए निकाल दिए. वह कई तरह की जड़ी-बूटियों के साथ-साथ चावल से बनी शराब को भोजन के रूप में लिया करते थे. लोगों की मानें तो उनकी लंबी उम्र के पीछे का रहस्य अधिक नींद लेना था. उनमें कबूतर की तरह फुर्ती थी. वह कबूतर की तरह बिना आलस के चलते थे और कछुए की तरह अपने दिल और दिमाग को भी शांत रखते थे. उनके लंबे जीवन का रहस्य व्यायाम-योग और डाइट भी था. उनके अनुसार मन और तन को शांत रखकर एक लंबा जीवन तय किया जा सकता है.
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