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भगवान कार्तिकेय ने बताएं हैं मृत्यु से पहले के संकेत, मरने से 3साल पहले मिलने लगते हैं ये संकेत

मृत्यु एक ऐसा सत्य है जिसके बारे में जानते सभी हैं फिर भी कई तरह के सवाल मन में खड़े हो जाते हैं। स्कंद पुराण के काशी खंड में मृत्यु संबंधित संकेतों के बारे में बताया गया है। कुछ लक्षणों के बारे में हम भी जानते हैं, लेकिन वो तभी हमें देखने को मिलता है जब मृत्यु एकदम निकट हो। जैसे व्यक्ति का बहुत बीमार होना, जबरदस्त दुर्घटना हो जाना जैसे संकेत से हमें पता चल जाता है कि सामने वाला व्यक्ति अब नहीं बचेगा। हालांकि अगस्त जी ने भगवान कार्तिकेय से पूछा है कि किसी व्यक्ति को कैसे पता चल सकता है कि उसकी मृत्यु निकट है। भगवान कार्तिकेय ने उन संकेतों के बारे में बताया भी है।

तीन साल पहले मिलता है संकेत

कार्तिकेय भगवान कहते हैं कि मरने से पहले नासिका द्वारा यानी नाक से संकेत मिलने लगता है। जिस इंसान की दाहिनी नासिका में एक पूरे दिन औप रातभर अखंड रुप से वायु का संचार रहता है, उस व्यक्ति की तीन साल में आयु समाप्त हो जाती है। इतना ही नहीं जिस व्यक्ति की नाक का दक्षिणी सुर दिन लगातार दो या तीन दिन तक चलता रहता है, उसका जीवन एक वर्ष के अंदर ही खत्म हो जाता है।

तीन दिन पहले का संकेत

अगर किसी इंसान की नासिका के दोनों सुर निरंतर श्वास उर्जा से एक साथ 10 दिन तक चलते रहें, ऐसे व्यक्ति की आयु तीन दिन में ही खतम हो जाती है। अगर दोनों नाक के छेदों में सास जाए ही ना और हमेशा मुंह से सास लेना पड़े तो एक दिन में ही इंसान की मौत हो सकती है।

ज्योतिष से मिलने वाले संकेत

ज्योतिष से भी मृत्यु के संकेत मिल जाते हैं।जब सूर्य सप्तम राशि पर हों और चंद्रमा जन्म नक्षत्र पर आ जाए अगर ऐसे में नाक से सास चलने लग जाए तो उस समय सूर्यदेव से अधिष्ठित काल की प्राप्ती होती है। अगर इस समय में अगर कोई इंसान काला या पीला वर्ण लिए हुए कोई पुरुष दिखे और फिर तुरंत ही गायब हो जाए तो ऐसा इंसान सिर्फ दो साल और जी पाता है।

शरीर भी देता है संकेत

अगर किसी इंसान का मल मुत्र और वीर्य या मल-मूत्र और छींक एक साथ आ जाएं तो उस इंसान की उम्र सिर्फ एक साल और बचती है।शरीर की तरफ से ऐसे बहुत से संकेत मिलते हैं जिससे पता चलता है कि अब जीवन शेष नहीं बचा है। साथ ही ऐसा माना जाता है कि अचानक इंद्रनीलमणि के जैसे रंगवाले नागों का झुंड आकाश में इधर उधर फैला दिखाई दे तो उसकी मृत्यु 6 महीने के अंदर ही हो जाती है।

उल्टा पूल्टा दिखना

कई बार मृत्यु के निकट व्यक्ति को कुछ ना कुछ उल्टा पुल्टा दिखने लगता है। कई बार लोगों को नीले रंग की जगह पीला रंग दिखने लगता है या पीले रंग की जगह नीला रंग दिखने लगता है। कई बार मुंह का स्वाद भी बदलने लगता है। खट्टी चीजें कड़वी लगने लगती हैं औऱ कड़वी चीजें खट्टी लगने लगती है। ऐसे लोगों को संकेत होता है कि वो जल्दी ही मृत्यु पाने वाले हैं।

नहाना

अगर नहाने के बाद बिना पोछे ही अगर सीना तुरंत सूख जाए या हाथ पैर का पानी भी जल्दी से सूखने लगे तो ऐसे लोगों के जीवन में सिर्फ तीन महीने ही बचे होते हैं।

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