आखिर क्यों ज्यादातर लोग अपने पहले प्यार को पाने में होते है असफल
नई दिल्ली: ज्यदातार लोग अपने पहले प्यार को पाने में असफल होते है. इसका कारण ये है कि लोग अपनी असल जिंदगी को किसी फिल्मकी स्क्रिप्ट की तरह ले लेते है, जबकि ये बिलकुल झूठ है. ऐसा कुछ होता नहीं है. रिअल जिंदगी की सच्चाई, रील(फ़िल्मी) जिंदगी से कहीं अलग है. हालांकि हर प्रेम कहानी किसी कड़वाहट के साथ खत्म हो जाए, ऐसा भी होता नहीं है. लेकिन इसे महज फूलों की सेज भी नहीं आंका जा सकता.
पहला प्यार महज एक आकर्षण होता है :
औसतन युवाओं को पहला प्यार स्कूल/कॉलेज के दिनों में हो जाता है. यह एक जीवन में ऐसा चरण होता है जब हमारे शरीर में कई तरह के हॉर्मोनल बदलाव हो रहे होते हैं. बता दें कि कई मामलों में आपका पहला प्यार महज एक आकर्षण होता है, जिसका प्रभाव समय के साथ कम होता चला जाता है और एक वक्त के बाद वो समाप्त हो जाता है.
ज्यादातर लोग कहते हैं कि उनका पहला प्यार ब्रेकअप के साथ खत्म हुआ है. दरअसल, पहला प्यार आपको कम उम्र में होता है और उस समय हम न तो आपने भविष्य के बारे में सोचते हैं और न ही जीवन की कठिनाइयों के बारे में. छोटी सी उम्र में तो नई साइकिल, टेस्ट पेपर में अच्छे नंबर और गोरा रंग बस इन्हीं बातें से आप किसी ओर आकर्षित हो जाते हैं लेकिन जब आपको असलियत से सामना करना होता है तो रिश्ता संभालना आपको मुश्किल भरा लगता है.
एक अध्ययन में यह भी कहा गया है कि जितना दर्द पहले प्यार के अधूरे रह जाने पर होता है, उतना और कभी नहीं होता. और तो और रिपोर्ट का मानना यह भी है कि कई बार यह दर्द इतना गहरा हो जाता है कि लोग इससे डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं. अधिकतर लोगों ने यह माना है कि पहले प्यार के असफल होने से उन्होंने बहुत कुछ सीखा है. शुरू-शुरू में तो हर टीनएज कपल को यही लगता है कि प्यार का मतलब सिर्फ रोमांस है लेकिन ऐसा नहीं है.