भूलकर भी ना सोेएं इस दिशा की और, वरना होंगे कई तरह के नुकसान
आप किस दिशा की ओर सोते हैं ये आपके जीवन पर काफी प्रभाव डालता है। कहा जाता है कि सोते समय आपका सिर और पैर अगर गलत दिशा में हों तो आपके जीवन में काफी परेशनियां आती हैं और आपको अपने करियर में तरक्की भी नहीं मिल पाती है। इसलिए ये जरूरी होता है कि आप सोते समय केवल सही दिशा की ओर ही अपना सिर और पैर रखें। वहीं किस दिशा की और सोना सबसे उत्तम होता है ये आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
सोने से जुड़े महत्वपूर्ण नियम
किस दिशा में सोएं
पूर्व दिशा की ओर सोने के फायदे
आप अपने बेड या बिस्तर में इस तरह से सोएं की आपका सिर पूर्व या दक्षिण दिशा की ही ओर हो। क्योंकि उत्तर या पश्चिम दिशा को सोने के लिए सही नहीं माना गया है। वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आप अपना सिर पूर्व दिशा की ओर रखकर सोते हैं तो ऐसा करने से आपका दिमाग तेज होता है और आप बुद्धिमान बनते हैं।
दक्षिण दिशा की ओर सोने से जुड़े फायदे
दक्षिण दिशा की ओर सिर रखकर सोना भी उत्तम माना गया है और कहा जाता है कि जो लोग इस दिशा की ओर अपना सिर रखकर सोते हैं उन लोगों की आयु बढ़ती है और उनको जीवन में खूब तरक्की मिलती है। ये दिशा सोने के लिए एकदम सही है।
पश्चिम दिशा की ओर सोने से जुड़े नुकसान
पश्चिम दिशा की ओर जो लोग सिर रखकर सोते हैं उन लोगों को अपने जीवन में काफी तनाव का सामना करना पड़ता है और उनका दिमाग सोते समय भी शांत नहीं होता है. जिसके चलते वो चिड़चिड़े रहने लगते हैं.
उत्तर दिशा की ओर सोने से जुड़े नुकसान
जो लोग उत्तर दिशा की ओर सोते हैं उन लोगों को जीवन में कई तरह की हानि का सामना करना पड़ता है और इस दिशा की ओर सोने से आयु कम होती है. इसलिए आप अगर इस दिशा की ओर सिर रखकर सोते हैं तो तुरंत अपनी दिशा को बदल लें और केवल सही दिशा की और ही सोएं.
इस तरह के बेड पर ना सोएं
सोने की दिशा के अलावा आप किस तरह के बेड पर सोते हैं ये भी आपके जीवन पर प्रभाव डालता है। सुश्रुत संहिता के अनुसार बांस या पलाश की लकड़ी से बने बेड पर बिल्कुल नहीं सोना चाहिए और इन लकड़ियों से बने पलंग को ना खरीदने में ही आपकी भलाई होती है। आपको बता दें कि सुश्रुत संहिता आयुर्वेद के तीन मूलभूत ग्रन्थों में से एक ग्रन्थ है और इस ग्रन्थ में कैसे सोना चाहिए और किस समय सोना चाहिए इन सब बातों का जिक्र है।
कब सोना चाहिए
सुश्रुत संहिता के मुताबिक दिन में सोना सही नहीं होता है और जो लोग दिन में अधिक सोते हैं उनको रोग होने का खतर अधिक होते है। सभी ऋतुओं में से केवल ग्रीष्म ऋतु के दौरान ही दिन के समय सोना सही माना जाता है। इसी तरह से रात को 7 से 8 बजे के बीच सोना सबसे सही माना गया है और सुबह 4 से 5 बजे के बीच उठने का समय सबसे उत्तम है।