डूबते हुए जहाज में पति-पत्नी थे औऱ किसी एक की जान ही बच सकती थी, जानें किसकी जान बची और क्यों
जीवन में रिश्ते बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सिर्फ इंसानों में ही नहीं जानवरों में भी रिश्तों का महत्व होता है। वो भी एक दूसर को समझते हैं। ये प्रकृति भी रिश्ते का साथ देती है और एक दूसरे के साथ चलती है। ऐसी ही व्यवहार की बात सिखाने के लिए एक शिक्षक ने अपने बच्चों को एक कहानी सुनाई। वो इस कहानी के जरिए ये बताना चाहते थें कि हम कैसे रिश्तों को समझ नहीं पाते औ बिना कुछ सोचे समझे ही अपनी राय बना लेते हैं। आप भी पढ़िए ये कहानी।
क्या कहा होगा पत्नी ने
एक जहाज में पति-पत्नी सफर क रहे थे। अचानक उनके जहाज के साथ दुर्घटना हो गई। जहाज में सिर्फ एक लाइफ बोट थी औऱ एक ही व्यक्ति की जान बच सकती थी। पति ने खुद की जान बचाने के लिए उस लाइफ बोट में बैठ गया औऱ डूबते जहाज से दूर जाने लगा। उसी वक्त पत्नी ने चिल्लाकर कुछ कहा। टीचर ने कहानी यहां पर रोकी औऱ बच्चों से पूछा कि बताओ उसकी पत्नी ने क्या कहा होगा?
बच्चों ने कहा कि जरुर उसकी पत्नी ने अपने पति को कोसा होगा, कहा होगा की जीवन का अंत आने पर मुझे तुम्हारे साथ रिश्ते की समझ आ गई। तुम दयाहीन औऱ निर्दयी हो औऱ तुमने मुझसे कभी सच्चा प्रेम नहीं किया। अब आप बताइये कि क्या आप भी इन बच्चों की बात से सहमत हैं। आपको भी लगा होगा कि पत्नी ने पति की बेवफा कहा होगा और रोते हुए उसी जहाज में डूब गई होगी।
टीचर ने देखा कि सारे बच्चे के एक ही जैसे विचार थे सिवाय एक के। उन्होंने शांत बैठे बच्चे से कहा कि –तुमने कुछ नहीं बोला। तुम्हें क्या लगता है कि उस पत्नी ने क्या बोला होगा? बच्चे ने कहा – उस व्यक्ति की पत्नी ने अपने पति से कहा होगा कि हमारे बच्चे का ख्याल रखना। शिक्षक चौक गए- सही जवाब तुम्हें कैसे पता? इसके बाद बच्चे ने जो जवाब दिए वो सुनने और समझने लायक है। बच्चे ने कहा कि मेरी मां ने भी पिता से ये ही कहा था।
इसलिए पत्नी ने बचाई पति की जान
शिक्षक ने पूरी कहानी बताते हुए कहा कि उस महिला को कोई गंभीर बीमारी थी जिसके इलाज के लिए पति पत्नि दोनों जहाज से जा रहे थे। जब जहाज डूबने लगा तो पत्नी समझ गई की उसका अंत करीब है। अपने पति की ओर लाइफ बोट बढ़ाते हुए उसने कहा कि उसे अपनी जान बचानी चाहिए। पति ने अंतिम समय में अपनी पत्नी का साथ छोड़ने से मना कर दिया। पति ने कहा कि वो साथ जिएं हैं और अब साथ मरेंगे।
पत्नी ने कहा- नहीं, घर पर हमारे बच्चे हैं जो हमारे वापस आने की राह देख रहे होंगे, तुम्हें उनका ख्याल रखना है औऱ फिर उसका पति वापस किनारे पर आ गया। वो अपनी पत्नी के साथ समुंदर में डूबने को तैयार था, लेकिन अपने बच्चों के लिए उन दोनों में से किसी एक का जीवित रहना जरुरी था।
इस कहानी से हमें दो सीख मिली। पहली तो ये की आधी बात सुनकर ही हम अपनी राय बना लेते हैं जो की गलत है औऱ दूसरी ये की रिश्ते इस संसार में सबसे अनमोल होते हैं। अगर पति को पत्नी के साथ रिश्ता निभाना है तो बच्चों के साथ उसे पिता का रिश्ता भी निभाना है और इसलिए हमें अपने रिश्तों की कदर करनी चाहिए।
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