अगर आपको आती है अधिक नींद, तो हो सकते हैं हायपरसोम्निया का शिकार
दिनभर आठ घंटे की नींद लेना काफी जरूरी होता है, लेकिन कुछ लोग दिनभर सोना ही पसंद करते हैं और उनके अंदर इतना आलस भरा होता है कि वो काम करते समय भी सिर्फ नींद के बारे में सोचते रहते हैं. अगर आप भी ऐसे लोगों में शामिल हैं जिन्हें दिन भर सिर्फ सोना ही पसंद है तो आप हायपरसोम्निया का शिकार हो सकते हैं. हायपरसोम्निया एक स्लीप डिसऑर्डर है और इस डिसऑर्डर से ग्रस्त लोगों को सुबह उठने के बाद भी नींद आती रहती है. इतना ही नहीं उनके दिमाग में हर वक्त सोने का ही ख्याल आता रहता है और दिन में कई बार झपकी लेने के बाद भी उनको नींद ही आती रहती है. इस स्लीप डिसऑर्डर का अगर वक्त रहते ही इलाज नहीं करवाया जाए तो ये आगे जागे खतरनाक हो सकता है. क्योंकि अधिक सोने से दिमाग पर बुरा असर पड़ता है और दिमाग तरोताजा महससू नहीं करता है. जिसका असर काम के दौरना पड़ता है. हायपरसोम्निया होने के कई सारे कारण होते हैं जो लोग अधिक दवाओं, कैफीन और एल्कोहल का ज्यादा मात्रा में सेवन करते हैं उनको हायपरसोम्निया होने का खतरा ज्यादा होता है.
दो तरह के होते हैं हायपरसोम्निया डिसऑर्डर
हायपरसोम्निया स्लीप डिसऑर्डर दो तरह का होता है जिसमें से एक को प्राइमरी हायपरसोम्निया के नाम से जाना जाता है. ये स्लीप डिसऑर्डर तब होता है जब आपके सोने और जागने को काबू करने वाली मस्तिष्क के तंत्र सही से काम नहीं करते हैं. जबकि दूसरे तरह का हायपरसोम्निया सेकेंडरी हायपरसोम्निया के नाम से जाना जाता है और इससे ग्रस्त लोगों को खूब गहरी नींद आती है और सोने के बाद भी उनका शरीर थका हुआ महसूस होती है.
हायपरसोम्निया के लक्षण
जिन लोगों को भी हायपरसोम्निया होता है वो थका हुआ महसूस करते हैं और उनको सुबह उठने का मन नहीं करता है. नहाने के बाद भी हायपरसोम्निया से ग्रस्त लोगों को नींद ही आती है और वो सोने का बस एक मौका ढूंढते हैं.
हायपरसोम्निया होने से हो सकती हैं अन्य बीमारी
डायबिटीज हो सकती है
हायपरसोम्निया होने से शरीर को अन्य तरह की बीमारियां लग सकती हैं और हायपरसोम्निया से ग्रस्त लोगों को डायबिटीज होने का खतरा काफी अधिक होता है. डॉक्टर की माने तो जो लोग अधिक सोते हैं उनको आठ घंटे की नींद लेने वाले लोगों के मुकाबले डायबिटीज होने का खतरा 50 फीसदी से अधिक होता है.
मोटापा बढ़ता है
दिनभर सोने से शरीर किसी भी तरह की फिजिकल एक्टिव नहीं कर पाता है और ऐसा होने से शरीर पर फैट जमा हो जाता है. जो कि मोटापा होने का सबसे बड़ा कारण होता है.
कैसे पाएं इस बीमारी से निजात
अगर आपको भी अधिक नींद आती है तो आप तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें और अपने दिनचर्या को एकदम बदले लें और केवल आठ घंटे की ही नींद लें. वहीं आप पौष्टिक खाना खाना शुरू कर दें और रोज सुबह उठकर सबसे पहले योग करें. क्योंकि योग करने से शरीर में एकदम चुस्ती आ जाती है और शरीर को थकावट महसूस नहीं होती है.