दुश्मन देश से लौटने के बाद होते हैं ये सारे टेस्ट, अभिनंदन दो महीने चैन से नहीं बैठ सकते
27 फरवरी को जब पाकिस्तानी सेना ने F-16 विमान भारत भेजा फिर भारतीय वायुसेना ने भी अपना खौफ दिखाते हुए मिग-21 के साथ विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को भेज दिया. अभिनंदन ने पाकिस्तान के उस विमान को अपने मिग-21 से धवस्त कर दिया लेकिन उसी दौरान वे POK पार कर चुके थे और उन्हें दुश्मन देश के घेरे में आना पड़ा. पाकिस्तानी सेना ने उन्हें दो दिन बंदी बनाकर रखा और फिर 1 मार्च को रिहा कर दिया वो भी तब जब पाकिस्तान के ऊपर अमेरिका और रूस जैसे बड़े देश से प्रेशर आया तब उसे अभिनंदन को छोड़ना पड़ा. लौटने के बाद भी अभिनंदन को चैन नहीं है क्योंकि दुश्मन देश से लौटने के बाद होते हैं टेस्ट, झेलनी होती है पाबंदियां, इन सभी चीजों से हमारे इस साल के हीरो बने विंग कमांडर अभिनंदन को झेलना पड़ेगा.
दुश्मन देश से लौटने के बाद होते हैं टेस्ट, झेलनी होती है पाबंदियां
करीब 56 घंटे दुश्मन देश पाकिस्तान की कैद में रहने के बाद अभिनंदन भारत लौटे. उनके स्वागत में वाघा बॉर्डर पर तमाम मीडिया और देश के आम नागरिक पहुंचे थे. इनके अलावा एयरफोर्स और सरकार के कुछ खास आदमी भी वहां मौजूद थे. हर कोई अभिनंदन की एक झलक के लिए बेताब था और ऐसा हुआ 1 मार्च की रात करीब 9 बजे, जब पाकिस्तानी सेना ने उन्हें भारतीय सेना के हवाले किया. अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि अगले दो महीनों तक विमान नहीं उड़ा सकेंगे, इसके पीछे की खास वजह ये होती है कि जो सेना के हर जवान को तब झेलनी होती है जब वो किसी विरोधी देश की गिरफ्त से छूटकर आता है. भारतीय सेना के प्रोटोकॉल के अंतर्गत जब कोई सैनिक दुश्मन की कैद से वापस अपने वतन आता है तो इस तरह की सेंसेटिव इनफॉर्मेशन और डॉक्यूमेंट्स से दूर रखा जाता है. अगले दो महीनों तक अभिनंदर के ऊपर वायुसेना इंटेलिजेंस और विजिलेंस डिपार्टमेंट की कड़ी नजर भी रहेगी. इस दौरान वो लोग देखेंगे कि अभिनंदन पर दोबारा इंडियन एयरफोर्स में मिल-21 पायलट उड़ाने के लिए और दूसकी जानकारी देने के लिए ट्रस्ट किया जा सकता है या नहीं.
अगर इस परीक्षा में अभिनंदन पास हो गए तो अगले 4 से 5 महीनों में वो इंडियन एयरफोर्स में दोबारा मिग-21 चला सकेंगे और एक बार फिर अपने देश के लिए दूश्मन देश से लोहा ले पाएंगे. आपको बता दें कि ऐसा सिर्फ भारत में नहीं होता बल्कि पूरी दुनिया के सैन्य विभाग में होता है और इसकी एक वजह ये भी मानी जाती है कि पहले ये देखा जाता है कि कहीं दुश्मन ने जवान को कोई लालच या फिर धमकी तो नहीं दी कि इनफॉर्मेशन लीक करने के लिए मजबूर तो नहीं किया.
सेना अधिकारी जानना चाहेंगे अभिनंदन से पूरा सच
आर्मी अस्पताल में होने वाले अभिनंदन के चेकअप में अभिनंदन का पूरा बॉडी चेकअप होगा, जिसमें अधिकारी पता लगाने की कोशिश करेंगे कि कहीं दुश्मन ने अभिनंदन की बॉडी में कोई चीप या कोई तकनीक तो फीड नहीं कर दिया जो छिपा हो और किसी को पता ना हो. कई बार दुश्मन खूफिया जानकारी लेने के लिए ऐसा करते हैं वहीं दूसरी ये भी चीज देखी जाती है कि कहीं उसे दुश्मन देश के लोगों ने कुछ नशीला पदार्थ या फिर जहरीला ड्रग्स तो नहीं दिया. इसके साथ ही झूठ पकड़ने वाली मशीन की निगरानी से भी कुछ सवाल अभिनंदन के साथ होंगे और इसमें अभिनंदन चाहे ना चाहें लेकिन वो सभी सवालों का जवाब ईमानदारी के साथ ही देंगे.