DSP के लिए चाय लेने गये थे हवलदार श्याम बाबू, वापस लौटते ही बन गये SDM
मेहनत ही सफलता की पूंजी हैं। जीवन में कुछ भी पाने के लिए मेहनत करना ही पड़ता है। लेकिन कई बार लाख मेहनत करने के बाद भी आप सफल नहीं हो पाते हैं, तब दोष किस्मत का होता है। ऐसे में किसी ने सही कहा है कि मेहनत के साथ अगर आपकी किस्मत भी साथ हो तो सोने पर सुहागा हो जाता है। जी हां, मेहनत के साथ किस्मत का कनेक्शन बहुत ही चमकदार होता है। दोनों साथ मिल जाए तो व्यक्ति का जीवन सफल हो जाता है। ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के एक हवलदार के साथ हुआ। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के हवलदार श्याम बाबू काफी मेहनती हैं। अपने मेहनत के दम पर इन्होंने अपनी किस्मत बदली और आज लोग इन्हें सैल्यूट करते हैं। जी हां, बलिया जिले के हवलदार श्याम बाबू अब एसडीएम बन चुके हैं। कुछ समय पहले हवलदार रहे श्याम बाबू को भी अपनी किस्मत के बदलने पर शॉक्ड ज़रूर लगा होगा, लेकिन उन्हें अपनी मेहनत पर पूरा यकीन था। एसडीएम बनते ही लोगों ने उन्हें सराखों पर बिठा लिया और आए दिन वे मीडिया से वे रूबरू हो रहे हैं।
DSP के लिए लेने गये थे चाय
जिस दिन UPPSC का रिजल्ट आने वाला था, उसी दिन वे DSP के लिए चाय लेने के लिए बाहर गये। जैसे ही वे चाय लेने के लिए बाहर गये, वैसे ही रिजल्ट आ गया और उन्हें पता चला कि वे एसडीएम बन गये। लोग उन्हें मुबारक बाद देने लगे। ऐसे में जब वे थाने लौटे तो वे एसडीएम बन लौटे, जिससे सभी मौजूद अफसर उन्हें सलाम करने लगे और ऐसे उनकी किस्मत चमक दिया। श्याम बाबू का कहना है कि उन्हें पढ़ाई से बहुत प्यार है, जिसकी वजह से उन्होंने कभी भी पढ़ाई नहीं छोड़ा।
पढ़ने में बहुत होशियार हैं श्याम बाबू
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो श्याम बाबू पढ़ने में काफी होशियार हैं और उन्होंने काफी शिद्दत से पढ़ाई की है। बता दें कि श्याम बाबू ने पीसीएस-2016 में 52वीं रैंक हासिल की और इसके बाद 12वीं पास करने के बाद 14 साल से पुलिस विभाग में बतौर कॉन्स्टेबल प्रयागराज में तैनात कर दिये। इसके बाद भी श्याम बाबू ने पढ़ाई जारी रखी और आज अपने पढ़ाई के दम पर वे एसडीएम बन गये और अपने पूरे जिले का नाम रौशन कर रहे हैं। हर किसी को उन पर राज है।
वफादार पुलिस हैं श्याम बाबू
श्याम बाबू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं लोगों के मन से पुलिस की गलत छवि को मिटाना चाहता हूं, क्योंकि लोगों का मानना है कि पुलिस वाले पैसे लुटते हैं और जनता की मदद नहीं करते हैं। इसके अलावा मिली जानकारी के मुताबिक, श्याम बाबू एक वफादार पुलिस वाले हैं, जिनके लिए उनकी ड्यूटी ही सबसे पहले है और वे जनता से कभी भी पैसे नहीं लेते हैं।