फ्लेवर्ड मिल्क का सोच-समझ कर करें सेवन, ये हो सकता है खतरनाक
दूध पीना सेहत के लिए काफी लाभदायक होता है और इसके सेवन करने की सलाह डॉक्टर भी दिया करते हैं. हालांकि अधिकतर बच्चों को दूध पीना बिल्कुल भी पसंद नहीं होता है और बच्चे दूध ना पीने को लेकर खूब नखरे भी करते हैं. वहीं बच्चों के मां बाप बच्चों को दूध पीलाने के लिए दूध में कई तरह की स्वादिष्ट चीजे मिला देते हैं और बच्चों को फ्लेवर्ड मिल्क पीने के लिए दे देते हैं. बच्चे ये फ्लेवर्ड मिल्क बिना किसी नखरे किए पी भी लेते हैं. लेकिन ये फ्लेवर्ड मिल्क सेहत के लिए हानिकारक होता है.
आखिर क्या होता है फ्लेवर्ड मिल्क
फ्लेवर्ड मिल्क उस मिल्क यानी दूध को कहा जाता है जिसमें चॉकलेट, स्ट्रॉबेरी या वनीला का फ्लेवर लाने के लिए दूध में इनका सिंथेटिक मिलाया जाता हैं. इन सिंथेटिक को दूध में मिलाने से दूध का स्वाद तो बढ़ जाता है. लेकिन फ्लेवर्स सिंथेटिक सेहत के लिए सही साबित नहीं होती हैं और इनको दूध में मिलाने से दूध में शुगर का स्तर और कैलोरी एकदम से बढ़ जाती है. जो कि शरीर के लिए हानिकारक होती है. वहीं फ्लेवर्स मिल्क से क्या क्या नुकासन जुड़े हैं वो इस प्रकार हैं-
शुगर स्तर बढ़ाए
आर्टिफिशियल फ्लेवर बनाने के लिए कई तरह के कैमिकल का इस्तेमाल किया जाता है और इन कैमिकल की वजह से शरीर को काफी नुकसान होता है. फ्लेवर्ड मिल्क में आर्टिफिशियल शुगर काफी अधिक पाई जाती है जिसको पीने से शुगर का स्तर बढ़ने का खतरा रहता है.
मोटापा बढ़ाए
साधारण दूध में कैलोरी ना के समान होती है. वहीं अगर इस दूध में चॉकलेट, स्ट्रॉबेरी या वनीला का फ्लेवर वाले सिरप या पाउडर मिला दिया जाए तो इससे दूध में कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है. जो कि आगे जाकर मोटापे का कारण बनती हैं. चॉकलेट मिल्क के अंदर अन्य फ्लेवरों के मुकाबले अधिक कैलोरी पाई जाती है. इसलिए जिनके बच्चे पहले से काफी मोटे हैं वो अपने बच्चों को रोज चॉकलेट मिल्क ना दें.
इम्युन सिस्टम बनाए कमजोर
फ्लेवर्ड मिल्क का अधिक सेवन और लगातार सेवन करने से इम्युन सिस्टम पर नकारात्मक असर डालती हैं और शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है जिससे वजह है कई सारी बीमारी लगने का खतरा बन जाता है.
दूध के पोषक तत्वों को करे खत्म
दूध के अंदर कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं. लेकिन जैसे ही इसके अंदर चॉकलेट, स्ट्रॉबेरी या वनीला के फ्लेवर वाले सिरप या पाउडर डाल दिए जाते हैं तो दूध के अंदर मौजूद ये सारे तत्व एकदम खत्म हो जाते हैं और शरीर को दूध में मौजूदा पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं.
सेहत पर डाले नकारात्मक असर
फ्लेवर्ड मिल्क दुकानों में आजकल काफी बिकते हैं और इन मिल्क को खूब खरीदा भी जाता है. लेकिन इस मिल्क के स्वाद को बनाए रखने के लिए इसमें कई तरह के प्रिजर्वेटिव्स डाले गए होते हैं जो कि सेहत पर नकारात्मक असर डालते हैं.
क्या है उपाय
अगर आपको चॉकलेट, स्ट्रॉबेरी या वनीला के फ्लेवर वाला फ्लेवर्ड मिल्क पसंद है तो आप इसे बाहर से खरीदने की जगह घर पर ही बनाएं और घर में ये मिल्क बनाते समय आप नैचुरल चीजों का इस्तेमाल करें. जैसे कि आप स्ट्रॉबेरी फ्लेवर्ड मिल्क बनाने के लिए दूध में स्ट्रॉबेरी फल को काट कर डाल दें और इसे मिक्सी की मदद से ग्राइंड कर लें. आपका फ्लेवर्ड मिल्क बनकर तैयार हो जाएगा.