चिदंबरम का पीएम मोदी पर हमला कहा, नोटबंदी पर देश से माफी मांगे पीएम मोदी : पी चिदंबरम
नोटबंदी के पचास दिन पूरे होने हो हैं, ऐसे में मोदी सरकार पर विपक्ष के हमले तेज होते जा रहे हैं, एक तरफ तो राहुल गाँधी जनसभाएं कर रहे हैं और पीएम मोदी से सवाल पूछ रहे हैं, वहीँ दूसरी तरफ कांग्रेस के बाकी नेता भी अपने बयानों से पीएम मोदी पर हमले कर रहे हैं.
चिदंबरम ने मोदी सरकार पर हमला :
यूपीए सरकार में वित्त मंत्री रहे पी. चिदंबरम ने मोदी सरकार पर हमला बोला और नोटबंदी को ‘मुद्दों को समझे बिना लिया गया फैसला’ बताया. चिदंबरम कहते हैं कि इस फैसले का ऐलान जिस उद्देश्य से किया गया था वो उद्देश्य पूरा नहीं हुआ, केंद्र ने जिन उद्देश्यों के पूरा होने की बात कही थीं उनमें से एक भी पूरा नहीं हुआ, उन्होंने कहा कि ना काले धन पर लगाम लगी है, ना भ्रष्टाचार पर और ना ही जाली नोट पर लगाम लग सकती है.
इसी क्रम में चिदंबरम ने आपतकाल का जिक्र भी किया और कहा कि जिस तरह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी को ये मानना पड़ा था कि इमरजेंसी का फैसला उनकी गलती थी, एक भूल भरा फैसला था, उसी तरह पीएम मोदी भी मान लें कि नोटबंदी गलतियों से भरा फैसला है.
राहुल गाँधी का मजाक बनाने पर भी चिदंबरम पीएम को घेरते दिखे और कहा कि मजाक तो राहुल गाँधी भी उड़ा सकते हैं, मैं भी पीएम के अंदाज की नक़ल कर सकता हूँ लेकिन हम ऐसा नहीं करते, अच्छा होगा कि पीएम उन सवालों का जवाब दें जो उनसे पूछे जा रहे हैं, पीएम की जवाबदेही बनती है, लोगों के सवालों का जवाब देना उनकी जिम्मेदारी है. मगर वो जवाब ना देकर हमारा मजाक बनायेंगे, हम भी ऐसा कर सकते हैं लेकिन हम ऐसा नहीं करते क्योंकि वो हमारे प्रधानमंत्री हैं और उनके पद की एक गरिमा है,
नोटबंदी पर बोलते हुये उन्होंने कहा कि नोटबंदी एक ऐसा कदम है जिसने देश की 45 करोड़ जनता को भिखारी बना दिया है. और इसबात से इंकार नहीं किया जा सकता कि नोटबंदी से सामने आई दिक्कतें और परेशानियाँ फ़िलहाल 6 महीने तक बरक़रार रहेंगी. गौरतलब है कि पी. चिदंबरम ने एक जनसभा को संबोधित करते हुये ये बातें कहीं.