‘माँ तेरे लिए नई साड़ी लाऊंगा, वही पहनना’, अधुरा रह गया मेजर चित्रेश का माँ से किया हुआ वादा
मेजर चित्रेश जम्मू-कश्मीर के राजौरी के नौशेरा सेक्टर में आईईडी को डिफ्यूज करते वक्त हुए ब्लास्ट में शहीद हुए थे। बता दें कि मेजर की शादी 7 मार्च को होनी थी और वे छुट्टियां मनाकर 3 फरवरी को ही घर से ड्यूटी पर गए थे। गौरतलब है कि चित्रेश बिष्ट पुलवामा आतंकी हमले के दो दिन बाद नौशेरा सेक्टर में आतंकियों द्वारा बिछाई गई एक आईईडी को निष्क्रिय कर दूसरी आईईडी को डिफ्यूज कर रहे थे। उसी वक्त वह ब्लास्ट हो गया, जिसमें वो शहीद हो गए। लेकिन, अब उनको लेकर एक ऐसी बात सामने आई है जो वाकई में भावूक करने वाली है। दरअसल, अपनी शादी में उन्होंने अपनी माँ से एक वादा किया था, जो अधूरा रह गया।
7 मार्च को होने वाली थी मेजर की शादी
देहरादून के रहने वाले मेजर चित्रेश बिष्ट नौसेरा सेक्टर में शहीद हुए थे। वे आतंकियों द्वारा लगाए गए आईईडी विस्फोटक को निष्क्रिय कर रहे थे तभी अचानक उसमें विस्फोट हो गया और उनकी जान चली गई। उनकी शहादत पर पूरा परिवार मातम में डूब गया क्योंकि, कुछ दिनों बाद ही उनकी शादी होनी थी। रिपोर्ट के मुताबिक, मेजर की शादी आने वाले 7 मार्च को तय थी लेकिन किस्मत को तो शायद कुछ और ही मंजूर था।
नौशेरा में आतंकियों द्वारा बिछाई गई आईडी को निष्क्रिय करते समय वो घायल हो गए थे। जिसके कुछ समय बाद ही वो वीरगति को प्राप्त हुए। एक तरफ जहां सीआरपीएफ के जवानों पर हुए आतंकी हमले से पहले ही देश में शोक और गुस्सा है, ऐसे में दो दिन बाद ही भारतीय सेना के मेजर चित्रेश बिष्ट के साथ हुए इस हादसे के बाद हर कोई दुखी है। उन्होंने आईडी निष्क्रिय करते समय जिस बहादुरी और शौर्य का परिचय दिया वह एक मिसाल है जिसे देश शायद ही कभी भूल पाये।
माँ से किया था नई साड़ी दिलाने का वादा
शादी से कुछ दिन पहले ही मेजर चित्रेश बिष्ट के घर में शोक का माहौल फैल गया। इसी बीच ये बात सामने आई है कि 7 मार्च को अपनी शादी में मेजर चित्रेश ने अपनी माँ से एक वादा किया था। बताया जा रहा है कि उनके पिता एसएस बिष्ट और उनकी मां बेटे को सेहरा बांधने की तैयारी कर रही थीं लेकिन, बेटा तिरंगे में लिपटा हुआ उनके पास आया। मेजर ने अपने पापा से कहा था पापा मैं आऊंगा और आप शादी की तैयारी कर लेना। मेजर ने अपनी मां से वादा किया था कि वो वापस लौटकर उन्हें एक नई साड़ी दिलाएंगे।
मेजर ने अपनी माँ से कहा था कि, ‘मैं जब वापस आऊंगा, आपके लिए एक नई साड़ी लाऊंगा और आप वही साड़ी मेरी शादी में पहनना।’ लेकिन, मेजर का अपनी माँ से किया हुआ ये वादा अधूरा ही रह गया। मेजर ने अपने दोस्तों से भी एक वादा किया था। उन्होंने कहा था कि शादी के लिए जब मैं घर आउंगा तो खूब मस्ती करेंगे। उनकी शादी को लेकर उनके सभी रिश्तेदार-नातेदार खुश थे। लेकिन, अब पूरे परिवार और गांव में मातम पसरा हुआ है। बता दें कि मेजर चित्रेश के घर आने में महज 8 दिन बाकी थे और उनकी शादी 7 मार्च को होनी थी। 28 फरवरी को परिवार के लोग उनके घर आने का इतंजार कर रहे थे।