पैसों के लिए बीजेपी-कांग्रेस किसी का भी प्रचार करते हैं फिल्मी हस्तियां, नाम चौंका देंगे आपको
लोकसभा चुनाव-2019 दो या तीन महीने में होने वाला है और ऐसे में सभी विपक्ष दल ने अपनी कमर कस ली है. न्यूज चैनल हो या फिर कोई सोशल मीडिया, हर जगह बस चुनावी मुद्दों पर बातें हो रही हैं. चुनावों में एक बात और होती है और वो ये है कि किसी भी दल का नेता किसी बड़े फिल्मी सितारे को उनके प्रचार के लिए बुलवा लेते हैं क्योंकि इसका असर चुनाव पर पड़ता है. वो ऐसे कि जब किसी का फेवरेट फिल्मी सितारा किसी पार्टी का चुनावी प्रचार करता है तो उससे उनके फैंस भी प्रभावित होते हैं. वे कई दिनों तक बहस करते रहते हैं और अपनी राय उस राजनीति पार्टी के हिसाब से बनाते हैं. पैसों के लिए बीजेपी-कांग्रेस किसी का भी प्रचार करते हैं फिल्मी हस्तियां, क्या ये सच में उन फिल्मी सितारों की अपनी प्रतिक्रियाएं होती है ?
पैसों के लिए बीजेपी-कांग्रेस किसी का भी प्रचार करते हैं फिल्मी हस्तियां
फिल्मी सितारे अगर किसी राजनीति पार्टी का एजेंडा फैलाने का काम करते हैं तो ये उनकी प्रतिक्रिया हो ये जरूरी नहीं होता. लोगों को इस बात पर यकीन नहीं होगा कि फिल्मी सितारे पैसों के लिए किसी भी राजनीति पार्टी के लिए चुनावी प्रचार करने को तैयार हो जाते हैं. मगर कुछ लोग कहते हैं ये उनका पर्सनल मामला होता है, ऐसी ही कुछ बातों पर यकीन करके कोबरापोस्ट ने एक सिंटिगि ऑपरेशन कराया. इसमें कई बातें खुलकर सामने आईं. कोबरापोस्ट के पत्रकारों ने बहुत सारे बॉलीवुड सितारों से एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिए मुलाकात क. पत्रकारों ने खुद की पीआर एजेंसी का बताया और सभी को यकीन दिलाया कि वह किसी राजनीति पार्टी के प्रचार के लिए काम कर रहे हैं. सभी फिल्मी सितारों को सोशल मीडिया अकांउट पर पार्टी एजेंडे को प्रमोट ऑफर करने दिया गया. इसके साथ ही पैसे की भी पेशकश हुई.
फिल्मी सितारों की बात माने तो महिमा चौधरी को बीजेपी ने हायर किया था कि वे चुनावी प्रचार करें, इसके लिए 1 करोड़ रुपये मांग लिए थे और ये भी बोलीं कि अगर कांग्रेस ज्यादा पैसे देती है तो वे उनके लिए बोल देंगी. ऐसा पहली बार नहीं हुआ, इसमें करीब 36 फिल्मी सितारों ने पैसों के बदले ऐसा प्रोपेगंडा तैयार किया कि किसी ने 2 लाख रुपये मांगे तो किसी ने 50 लाख रुपये की मांग की. राजनीति दलों पर फिल्मी सितारों की जिस प्रतिक्रिया को अब तक लोग उनका अपना ओपिनियन बताते हैं. कोबरापोस्ट के एक स्टिंग में ये साफ कह दिया कि ज्यादातर लोग रुपयों के लिए ये सब करते हैं.
इसे कहते हैं राजनीति प्रोपोगेंडा
लोकसभा चुनाव आने ही वाला है और ऐसे में सभी नेता बस यही सोच रहे हैं चुनावी प्रचार में ऐसा क्या प्रोपोगेंडा चलाएं जिससे लोग उनकी तरफ आकर्षित हों. पहला तो फिल्मी सितारों के अकाउंट पर लाखों फॉलोवर्स हैं और दूसरा अपनी पब्लिक इमेज बनाने के लिए लोग अपने फेवरेट सितारों को चुनावी प्रचार के लिए बुलवाते हैं. लोकसभा चुनाव में इस तरह किसी भी पार्टी की हवा ही काफी है लेकिन अगर कोई फिल्मी सितारा उनका साथ देकर रैलियां करवाता है तो इसमें वजन आ जाता है. तभी तो एक चुनावी मैसेज देने के लिए एक 2 या 50 लाख रुपये तक की रकम मांगी जाती है.जब पैसे को लेकर कोई अपना ओपिनियन देता है तो फिर अपनी प्रतिक्रिया भी देता है और इसे प्रोपेगेंडा ही कहा जाना चाहिए, एक ऐसा प्रोपेगेंडा करने वालों में से 36 के नाम तो कोबरापोस्ट में जाहिर हुई थीं.
कोबरापोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चुनावी प्रचार के लिए आने वाले सितारे विद्या बालन, अरशद वारसी, सनी लियॉन, सोनू सूद, रजा मुराद और सौम्या टंडन को भी ऑफर किया जाता है. वह अपने ओपिनियन के अलावा और भी बोलने को तैयार नहीं होते और अगर कोई चुनावी दल की बात नहीं मानते तो सितारे वो ऑफर ठुकरा देते हैं कोबरापोस्ट के स्टिंग ऑपरेशन में ये बात सामने आई कि तैयारी करीब साल भर पहले से शुरु है और लोकसभा चुनाव के तहत 8 से 10 महीने तक लगातार प्रोपेगेंडा करना था. इस स्टिंग में ज्यादातर फिल्मी सितारों का रवैया देखकर साफ हुआ है कि राजनीति पार्टी में मुद्दे राजनीति गर्माते ही उनके ट्वीट या वीडियो आ जाते हैं. कोबरापोस्ट के इस स्टिंग में साफ हो गया कि किस तरह से जनता को फिल्मी सितारों के आने से गुमराह कर दिया जाता है.