चुनाव आयोग ने ‘राजनीतिक दलों’ को दिया झटका, रद्द किया 255 पार्टियों का रजिस्ट्रेशन!
नई दिल्ली – चुनाव आयोग ने फर्जी राजनीतिक दलों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 255 राजनीतिक दलों को असूचीबद्ध (डी-लिस्ट) कर दिया है। चुनाव आयोग कि इस कार्रवाई से अब सिस्टम से फर्जी सियासी दल बाहर हो जाएंगे। इसके अलावा चुनाव आयोग सीबीडीटी के साथ मिलकर इन 255 फर्जी राजनीतिक दलों के अकाउंट की जांच करेगा। 255 पंजीकृत लेकिन गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक पार्टियों के वित्तीय ब्योरे की जांच की जाएगी, जिसमें बड़ा हंगामा होने के आसार अभी से दिख रहे हैं। Election commission political parties.
फर्जी पार्टियों ने दिये गृहमंत्री और सीआईडी ऑफिस तक का एड्रेस –
चुनाव आयोग ने जांच-पड़ताल के बाद देशभर की 255 पॉलिटिकल पार्टियों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है। आयोग ने जिन पार्टियों को अपनी सूची से बाहर किया है उनके ऑफिस के पते चौंकाने वाले हैं। किसी पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह के सरकारी आवास का पता लिखा है तो किसी पर जम्मू कश्मीर के सीआईडी ऑफिस का पता लिखा है। ये राजनैतिक पार्टियां बस कागजों पर ही मौजूद है। ऑल इंडिया प्रोग्रेसिव जनता दल नाम की पार्टी का पता 17,अकबर रोड, नई दिल्ली, 110001 लिखा हुआ है। जो राजनाथ सिंह का सरकारी आवास है। पवित्र हिंदुस्तान काजगाम नाम की एक पार्टी का पता 11, हरीश चंद्र माथुर लेन, नई दिल्ली,110001 पर रजिस्टर है। जोकि जम्मू-कश्मीर में सीआईडी का ऑफिस है।
गैर-मान्यता प्राप्त दलों के खातों की होगी जांच –
निर्वाचन आयोग ने चुनावी चंदे के दुरुपयोग की आशंका को देखते हुए केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) से इन 255 पार्टियों के खातों की जांच करने के लिए कहा है। चुनाव आयोग के अनुसार इन सभी पार्टियों ने 2005 के बाद कभी चुनाव नहीं लड़ा और इन्हें केवल राजनीतिक फायदों के लिए बनाया गया था। इस बारे में चुनाव आयोग ने सीबीडीटी के अध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा है कि इस वर्ष फरवरी से 15 दिसंबर तक 255 पंजीकृत लेकिन गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को गैर सूचीबद्ध किया गया है। इन दलों ने 2005 से 2015 तक एक भी चुनाव नहीं लड़ा था। देश में फिलहाल 1780 पंजीकृत दल हैं।