जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने की बीजेपी की मांग से गरमा गई बिहार की सियासत, विरोध में आई JDU
पुलवामा में CRPF पर हुए आंतकी हमले के खिलाफ आज पूरा देश एकजुट उठ खड़ा हुआ है। आम जनता सिलेब्रिटीज के साथ साथ विपक्ष तक भी मोदी सरकार के साथ है। सबकी एक ही मांग है और वो आंतकवाद का सफाया इसलिए सब एक हो गए हैं। हालांकि कुछ सियासी पारा भी इस घटना के बाद बढ़ता दिख रहा है। बीजेपी ने धारा 370 खत्म करने की बात कही तो बिहार में सर्दियों के मौसम में सियासत गर्म हो गई। जहां बीजेपी धारा 37- खत्म करने की बात कह रही है त वही उनके सहयोगी जेडीयू और तमात विपक्ष बीजेपी ती मांग के विरोध में एक साथ आ गए हैं। इन बातों ने बीजेपी के सहयोगियों में खलबली क्यों मचाई है इससे जानने से पहले एक बार जान लें कि धारा 370 है क्या।
क्या है धारा 370
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 370 एक अस्थायी प्रबंध के जरिए जम्मू-कश्मीर को एक विशेष स्वायत्ता वाले राज्य का दर्जा देता है। भारतीय संविधान के भाग 21 के तहत जम्मू-कश्मीर को अस्थायी परिवर्ती और विशेष प्रबंध वाले राज्य का दर्जा मिलता है। ऐसे में भारत के सभी राज्यों में लागू होने वाले कानून इस राज्य़ में लागू नहीं होंगे।
इस अनुच्छेद के अनुसार रक्षा, विदेश से जुड़े मामले, वित्त और संचार को छोड़कर बाकी सभी कानून को लागू करने के लिए केंद्र सरकार को राज्य से मंजूरी लेनी पड़ती है। इस तरह के राज्य के सभी नागरिक एक अलग कानून के दायरे के अंदर रहते हैं जिसमें नागरिकता, संपत्ति खरीदने का अधिकार और अन्य मूलभूत अधिकार शामिल है। इस धारा के कारण देश के दूसरे राज्यों के नागरिक इस राज्य में किसी भी तरीके की संपत्ति नहीं खरीद सकते। जम्मू-कश्मीर के लिए ये प्रबंध शेख अब्दुल्ला ने 1947 में किया था। अनुच्छेद 370 के काण ही केंद्र राज्य पर आर्थिक आपातकाल जैसा भी कोई कानून राज्य पर नहीं थोपा जा सकता है।
धारा 370 खत्म करने की मांग का विरोध
पुलवामा हमले के बाद सरकार माफ कर देने जैसे रवैये को छोड़ चुकी है और पूरे देश की मांग है कि आंतकियों का सफाया किया जाए। इसके चलते विपक्ष भी मोदी सरकार के साथ है। इसी के चलते बीजेपी नेताओं ने धारा 370 खत्म करने की मांग की हगै जिसको विरोधियों के साथ साथ सहयोगियों ने भी नकार दिया है औऱ नाराजगी बढ़ा दी है। बीजेपी के अलावा जितवनी भी पार्टियां है वो बीजेपी की इस मांग के विरोध कर रही है।
बता दें की बीजेपी के विधायक नितिन नवीन और संजय सरावगी ना सिर्फ धारा 370 खत्म करने की बात कह रहे हैं बल्कि इसे बीजेपी की के मेनोफेस्टो में रखी गई बात कह रहे है। बीजेपी को लगा था कि इस माहौल में धारा 370 खत्म करने का विरोध शायह ही कोई पार्टी करे, लेकिन बीजेपी के लिए झटके वाल बात ये है कि उनके सहयोगियों ने ही इस मांग का पुरजोर विरोध कर दिया है।जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने कहा कि किसी भी हाल में धारा 370 खत्म नहीं होगी। अब सहयोगी जब विरोध कर रहे हों तो विपक्ष भी कहां पीछे रहने वाला है। अब कांग्रेस और आरजेडी भी बीजेपी के खिलाफ है।
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