रजनीकांत की पार्टी नहीं लड़ेगी लोकसभा चुनाव, इस अभिनेता ने नहीं दिया किसी भी पार्टी को अपना समर्थन
लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कुछ महीनों में ही होने जा रहा है और इस चुनाव में वोट पाने के लिए राजनीति पार्टी कई सारे अभिनेताओं के चेहरों का इस्तेमाल करने में लगी हुई हैं. इन चुनाव से पहले कई सारे एक्टर कई सारी पार्टियों में शामिल भी हो चुके हैं. वहीं इस बार सबको उम्मीद थी कि सुपरस्टार रजनीकांत भी ये चुनाव लड़ सकते हैं. लेकिन हाल ही में एक एक्टर से राजनेता बने रजनीकांत ने लोकसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया है और इन चुनाव को ना लड़ने को लेकर इन्होंने एक बयान भी जारी किया है.
क्या कहा रजनीकांत ने
रजनीकांत ने एक बयान में कहा है कि साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव उनकी पार्टी नहीं लड़ने जा रही है और वो इस चुनाव से दूर रहने वाले हैं. साथ में ही इस अभिनेता ने अपने प्रशंसकों से ये अपील भी की है कि उनके नाम और उनकी किसी भी तस्वीर का इस्तेमाल प्रोपगेंडा के लिए इस्तेमाल ना किया जाए . रजनीकांत के मुताबिक उनकी पार्टी का लक्ष्य तमिलनाडु में होने वाले विधानसभा चुनाव को जीतना है, ना कि इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लड़ना है.
किसी भी पार्टी को नहीं दिया समर्थन
लोकसभा चुनाव के लिए राजनीकांत ने किसी भी अन्य पार्टी का समर्थन करने से भी इंकार कर दिया है और इन्होंने लोगों से कहा है कि वो केवल उनको ही वोट दें जो तमिलनाडु की पानी की समस्या को हल कर सकें. आपको बता दें कि इस राज्य से लोकसभा के लिए 38 सीटें आती हैं और इन सीटों पर इस बार राजनीकांत की पार्टी चुनाव नहीं लड़ने वाली है.
2017 में की थी पार्टी बनाने की घोषणा
रजनीकांत ने 31 दिसंबर, 2017 को राजनीति में आने की घोषणा की थी और इन्होंने जल्द ही अपनी पार्टी के नाम और पार्टी के चुनावी चिह्न का ऐलान करने को कहा था. हालांकि अभी तक राजनीकांत ने अपनी पार्टी के नाम का ऐलान नहीं किया है, लेकिन कहा जा रहा है कि ये अपनी पार्टी का नाम ‘रजनी मक्कल मण्ड्राम’ रख सकते हैं. क्योंकि ये नाम इनके फैन क्लब का नाम है, जो कि काफी फेमस है. गौरतलब है कि राजनीकांत से पहले साउथ के प्रसिद्ध अभिनेता कमल हासन ने भी अपनी एक पार्टी बनाई है और इनकी पार्टी का नाम मक्कल नीधि मय्यम है.
हर पार्टी करना चाहती थी अपने में शामिल
रजनीकांत साउथ के काफी फेमस और बड़े अभिनेता हैं और इनके करोड़ की संख्या में फैन्स हैं. राजनीकांत की इस लोकप्रियता का फायदा हर पार्टी उठाना चाहती थी और इनसे बीजेपी पार्टी के कई नेता और मोदी ने मुलाकात भी की थी. जिसके बाद सबको लग रहा था कि ये इस पार्टी से जुड़ने वाले हैं. लेकिन राजनीकांत ने अपनी अलग पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया था और अब आए इनके नए बयान से भी इन्होंने ये साफ कर दिया है कि ये किसी भी पार्टी को अपने समर्थन नहीं देनें वालें हैं. साथ में ही ये तमिलनाडु में कुछ ही सालों में होने वाले विधानसभा के चुनाव में इन पार्टी के विरुद्ध अपने प्रत्याशी खड़े करने वाले हैं.