Spiritual

चाणक्य के मुताबिक इन चीजों को खाने से मिलती है अधिक बुद्धि और ताकत

आचार्य चाणक्य जी का जन्म 371 ई.पू. में हुआ था और ये काफी बुद्धिमान थे. इन्होंने अपने दिमाग का इस्तेमाल करके चंद्रगुप्त को भारत का सम्राट बनाया था. कहा जाता है कि एक बार इनका अपमान मगध के राजा महानंद  ने कर दिया था और महानंद के द्वारा किए गए इस अपमान का बदला इन्होंने उनके राज्य को उनसे छीन कर ली थी. इन्होंने चंद्रगुप्त को शक्तिशाली बनाकर उनके साथ महानंद के राज्य पर हमला कर दिया था और इस हमले में चंद्रगुप्त की जीत हुई थी.

आचार्य चाणक्य की नीति

आचार्य चाणक्य जी आज भी अपनी नीतियों के लिए काफी प्रसिद्ध हैं और लोग जीवन में सफल होने के लिए इनकी नीति का इस्तेमाल करते हैं. आचार्य चाणक्य ने अपनी कई नीतियों का उल्लेख अपने ग्रंथों में किया हुआ है. आचार्य चाणक्य  के मुतबाकि उनकी नीतियों को अपनाने से इंसान को उनके जीवन में वो हर चीज मिल जाती है जो वो चाहता है. वहीं चाणक्य ने अपने ग्रंथों में इंसान की बुद्धि किस तरह से बढ़े और कौन कौन सी चीजे उनकी बुद्धि को कमजोर बनाती हैं, इसका भी जिक्र किया हुआ है. इसके साथ ही चाणक्य ने ये भी बताया है कि इंसान किन चीजों को खाकर अपने शरीर को मजबूत बना सकता है और कौन सी चीजें उसके लिए हानिकारक होती हैं.  इंसान अपनी बुद्धि और ताकत कैसे बढ़ाएं इसको लेकर इन्होंने एक श्लोक लिख रखा है और इस श्लोक में इन्होंने इंसान के लिए क्या सही है और क्या नहीं इसका वर्णन किया है.

चाणक्य नीति का श्लोक इस प्रकार है.

सद्यः प्रज्ञाहरा तुण्डी सद्यः प्रज्ञाकरी वचा ।

सद्यः शक्तिहरा नारी सद्यः शक्तिकरं पयः ॥

इस श्लोक के मुताबिक कौन सी चीजें इंसान के लिए सही है और कौन सी नहीं वो इस प्रकार हैं-

कुंदरू

आचार्य चाणक्य जी के मुताबिक कुंदरू की सब्जी इंसान के लिए लाभदायक नहीं होती है और इंसान को इस सब्जी का सेवन नहीं करना चाहिए. आचार्य चाणक्य की नीति में कहा गया है कि जो इंसान इस सब्जी का सेवन करते हैं उनकी बुद्धि पर इसका असर पड़ता है और इसे खाने से इंसान की बुद्धि एकदम से नष्ट हो जाती है. इसलिए लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए.

वच

दिमाग को तेज करने के लिए वच यानी स्वीट फ्लैग का सेवन करना चाहिए और इसको खाने से इंसान की बुद्धि का विकास ना केवल अच्छे से होता है बल्कि तेजी से होता है. इसके सेवन का जिक्र आचार्य चाणक्य  ने अपने श्लोक में किया है. इसलिए अपनी बुद्धि को बढ़ाने के लिए आप वच का सेवन करें.

महिला

महिला को आचार्य चाणक्य ने ताकत के लिए सही नहीं बताया है और आचार्य के अनुसार महिला से रिश्ता होने के चलते इंसान की ताकत एकदम खत्म होने लगती है .

दूध

शरीर में ताकत लाने के लिए इंसान को दूध का सेवन करना चाहिए और अपने श्लोक में आचार्य चाणक्य ने दूध का सेवन करने का जिक्र किया है. इसलिए जिन लोगों को भी अपनी शरीर को मजबूत बनाना है और शक्तिशाली बनाना है वो दूध का सेवन रोज करें.

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