पुलवामा हमला: ‘मोदीजी विकास को रोक दो, पहले आतंकवादियों को ठोक दो’
गुरुवार को पुलवामा हमले में शहीद जवानों में सीआरपीएफ की 61वीं बटालियन के वीर जवान रमेश यादव भी शामिल है। शुक्रवार को जब इनके शहादत की खबरें इनका गांव पहुंची तो पूरा गांव गमगीन हो गया। मां, बाप, पत्नी और बच्चे समेत पूरे परिवार ने सुधबुध खो दी है। पूरा गांव शहीद रमेश यादव को आखिरी विदाई देने के लिए नम आखों से उमड़ पड़ा, लेकिन उन आखों में आंसू के साथ पीएम मोदी से एक अर्जी भी थी, जोकि अब पूरे भारत की अर्जी बन चुकी है। तो चलिए जानते हैं कि शहीद रमेश यादव के गांव वालों की पीएम मोदी से क्या अर्जी है?
आंखों में आसू लिए शहीद रमेश के घर पूरा गांव पहुंचा। चेहरे पर खामोशी थी, लेकिन आंखें पीएम मोदी से अपील कर रही थी। शहीद रमेश यादव के गांव के सभी लोगों की पीएम मोदी से गुजारिश है कि वे उनके बेटों की शहादत को ऐसे बेकार न जाने दें और पाकिस्तान को सबक सिखाएं। इतना ही नहीं, इसके लिए गांव वालों ने कहा कि हम सबकुछ त्याग करने के लिए तैयार हैं, लेकिन बेटों की शहादत व्यर्थ नहीं जानी चाहिए। शहीद रमेश यादव की शहादत पूरे गांव को गर्व हैं और इसलिए उन्होंने पीएम मोदी से गुहार लगाई है।
विकास रोक दो पीएम मोदी
शहीद रमेश यादव के गांव के लोगों का कहना है कि पीएम मोदी जी प्लीज विकास को रोक दीजिए और आंतकवादियों को ठोक दीजिए। हमें विकास नहीं, आतंकवादियों से बदला चाहिए। हमारे सपूतों के बलिदान को व्यर्थ न जाने दो। बता दें कि महादेव पीजी कॉलेज चिरयीगांव के 500 से अधिक बच्चे राष्ट्रध्वज लेकर शहीद रमेश के घर पहुंचे और उनके हाथ में पोस्टर थे कि हमें पाकिस्तान से बदला चाहिए मोदीजी। मोदीजी विकास को रोक दो और आतंकवादियों को ठोक दो। रमेश यादव अमर रहें। इस तरह के नारे बच्चे लगा रहे थे।
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बेटे को सेना में भेजेंगी शहीद की पत्नी
शहीद रमेश यादव की पत्नी को यूं तो सुधबुध नहीं है, लेकिन जब वे चुप होती तब यही कहती कि मुझे गर्व है अपने पति की शहादत पर और अब मैं अपने बेटे को सेना में भर्ती कराऊंगी और उसे अपने पिता के जैसे बहादुर बनने के लिए प्रेरणा दूंगी। रेनु ने कहा कि अब सारी ज़िंदगी इनकी बहादुरी के किस्से से ही कट जाएगी, लेकिन मैं अपने बेटे को बॉर्डर भेजूंगी, ताकि वह अपने पापा की तरह बहादुर बन सके। इसके अलावा शहीद रमेश यादव के पिता का कहना है कि मैं दुर्भाग्यशाली हूं कि अपने बेटे को अर्थी दूंगा, लेकिन गौरवशाली हूं कि मेरा बेटा देश के लिए शहीद हुआ।
मेरा लाल कभी नहीं कहेगा मुझे मां
बेटे के शहादत की खबर सुनते ही रमेश यादव की मां का बिलख बिलख कर रो रही हैं। उनका कहना है कि सब कह रहे हैं कि बेटे ने अपनी जान देश के लिए दी है और वह शहीद हुआ है, लेकिन मैं अपने मन को कैसे समझाऊं, क्योंकि मैंने उसे जन्म दिया है और आज अब मेरा लाल मुझे मां नहीं कहेगा।