PM से मिली सेना को ये खुली छूट से पाकिस्तान के पसीने छूटे, इस तरह से भारत ले सकता है बदला
पुलवामा में हुए आतंकी हमले को आज दो दिन हो गए हैं और इस हमले के बाद से भारत सरकार आतंकवादियों से इसका बदला लेने की रणनीति बनाने में लगी हुई है. इस हमले के 19 घंटों के बाद ही सरकार द्वारा एक बैठक भी की गई थी. जिसमें देश के रक्षा मंत्री, गृह मंत्री सहित कई नेता शामिल थे. इस बैठक के कुछ देर बाद ही मोदी ने एक भाषण देते हुए कहा था कि उनकी सरकार ने सुरक्षा एजेंसियों को खुली छूट दे दी है. हालांकि इस छूट को देने के बाद भी हमारे देश की सेना के पास आतंकवादियों से बदला लेने के लिए कम ही विकल्प मौजूद हैं. क्योंकि इस हमले का मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड मसूर अजहर को पाकिस्तान में शरण मिल रखी है और इस आतंकी को कड़ी सुरक्षा में रखा गया है. ऐसे में इस आतंकी के खिलाफ कुछ भी करने से पहले भारत सरकार को बहुत बड़ी रणनीति बनाने की जरूत है और पीएम मोदी ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों और एनएसए के संग इन आतंकवादियों से बदला कैसे लिए जाए इसके विकल्पों पर चर्चा की है.
सर्जिकल स्ट्राइक का विकल्प
सबसे पहला विकल्प जो भारत सरकार के पास है वो सर्जिकल स्ट्राइक का है. सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए ही पिछली बारी भारत सरकार ने उरी हमले का बदला जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों से लिया था और पीओके में घुसकर आतंकवादियों के ठिकानों पर हमला किया था. इस हमले में कई सारे जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी भारतीय सेना द्वारा मारे गए थे. मगर इस बार सर्जिकल स्ट्राइक करना इतना आसान नहीं होगा क्योंकि पिछली बारी पाकिस्तान ने भारत से सर्जिकल स्ट्राइक की कोई भी उम्मीद नहीं रखी थी और ये देश चौकन्ना नहीं था. लेकिन इस बार ये हमला होते ही पाकिस्तान ने अपनी सारी सीमाओं पर सैनिकों को पूरी तरह से चौकन्ना कर दिया है . इसलिए सर्जिकल स्ट्राइक के विकल्प को सफल करना इस बार मुश्किल हो सकता है.
पीओके पर हमला
पीओके को भारत अपना हिस्सा मानता है और इस जगह पर पाकिस्तान का भी पूरी तरह से कब्जा नहीं है. ऐसे में पीओके पर अगर भारत की और से सैन्य कार्रवाई की जाती है तो ये कार्रवाई भारत दुनिया के सामने सही साबित कर सकता है. क्योंकि इस जगह पर पाकिस्तान का अभी तक पूरा अधिकार नहीं है और कश्मीर के इसी हिस्से पर अधिक आतंकवादी हैं. इसके अलावा यहीं वो हिस्सा है जहां से आतंकवादी आसानी से भारत में प्रवेश करते हैं और इस जगह पर कई सारे आतंकी ठिकाने भी है. इस जगह पर अगर भारत कोई हमला करता है तो आतंकवादियों की घुसपैठ को आने वाले समय में बंद किया जा सकता है. इसके अलावा पीओके में पाकिस्तान सेना के काफी शिवर भी हैं और हमले की सूरत में पाकिस्तान की सेना अपने रक्षा करने पर ज्यादा ध्यान देगी ना की इन आतंकवादियों की सुरक्षा पर.
मसूर अजहर पर हमला
भारत में हुए सभी घातक वादी हमलों के पीछे मसूर अजहर ही है और अगर भारत सरकार इस आतंकवादी तक पहुंच जाती है तो ये हमारे लिए काफी बड़ी कामयाबी होगी. हालांकि ऐसा करना एक दम नामुमकिन है क्योंकि ये आतंकवादी पाकिस्तान में काफी सुरक्षा के घेरे के बीच में रहताा हैं और इस तक पहुंच पाना बेहद ही मुश्किल है.