तो इस वजह से, मुलायम सिंह ने की थी नरेंद्र मोदी की लोकसभा में तारीफ
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने कल लोकसभा में नरेंद्र मोदी की जो तारीफ की थी. वो तारीफ इस समय राजनीति में चर्चा का विषय बनी हुई है और हर कोई इस तारीफ को मुलायम सिंह की चाल बता रहा है. आपको बता दें कि कल लोकसभा में भाषण देते हुए मुलायम सिंह ने अपनी विरोधी पार्टी से नाता रखने वाले पीएम मोदी की खूब तारीफ की थी.
मुलायम सिंह ने मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि वो चाहते हैं कि मोदी फिर से पीएम बनकर आएं और एक बार फिर से जो सदस्य इस सदन में बैठे हैं वो दोबार चुन कर आएं. इस लोकसभा के आखिरी दिन जब मुलायम सिंह ये बयान दे रहे थे तो उनके साथ ही सोनिया गांधी भी बैठी हुई थी और जैसे ही मुलायम सिंह ने ये बयान दिया सदन में बीजेपी पार्टी के सदस्य तालियां बजाने लगे थे. वहीं मोदी ने मुलायम सिंह के इस बयान के बाद हाथ जोड़कर उनका शुक्रिया भी किया था.
मुलायम की सोची समझी साजिश थी
मुलायम सिंह के कल दिए गए इस बयान पर ही अब राजनीति शुरू हो गई है और मुलायम से जुड़े कई नाता मुलायम के इस बयान को इनकी सोची समझी साजिश बता रहे हैं. मुलायम सिंह के साथ लंबे समय से जुड़े रहे अमर सिंह के मुताबिक उत्तर प्रदेश अवैध खनन मामले को शांत करवाने के लिए मुलायम ने मोदी की तारीफ की है. ताकि इस मामले को बंद किया जा सके और उत्तर प्रदेश में उनके बेटे के रहते हुए जो भ्रष्टाचार हुआ है उस पर पर्दा डाला जा सकें.
आजम खान ने जताया बयान पर एतराज
राज्यसभा सांसद अमर सिंह के अलावा समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने भी मुलायम के इस बयान पर एतराज जताया है और कहा है कि जो सब मुलायम ने कहा है, उन्हें उसपर दुख है. आजम के अनुसार मुलायम ने अपने आप से ये बात नहीं बोली है और उनके मुंह में ये बात डाली गई है. ये बयान मुलायम सिंह का बयान नहीं है. अपने इस बयान में आजम ने कहा कि उन्हें ये बताने की जरूरत नहीं है कि ये बयान देने के पीछे आखिर क्या वजह थी.
क्या है ये उत्तर प्रदेश अवैध खनन मामला
अखिलेश यादव के उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री रहते हुए ये अवैध खनन किया गया था और इस मामले में आईएएस अधिकारी बी चंद्रकला पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जांच की जा रही है. जिस वक्त अखिलेश इस राज्य के मुख्यमंत्री थे उस वक्त चंद्रकला को पांच जिलों का डीएम बनाया गया था और इन पर डीएम रहते हुए अवैध खनन में शामिल होने का आरोप है. इनके अलावा अखिलेश की पार्टी के एमएलसी रमेश मिश्रा सहित कुल 10 लोगों को भी अवैध खनन मामले में आरोपी बनाया हुआ है. इतना ही नहीं इस दौरान चंद्रकला की संपत्ति भी एकदम से अधिक हो गई थी और उनके कई ठकानों पर सीबीआई ने छापे भी मारे हुए हैं. वहीं आने वाले समय में इस मामले को लेकर अखिलेश पर भी गाज गिर सकती है.