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इस कंपनी के एंप्लायी नें नहीं ली छुट्टियां, आज बन गया अरबों की समपत्ति का मालिक

न्यूज़ट्रेंड वेब डेस्क: नौकरी करना और छुट्टी लेना एक आम सी बात है, लेकिन अगर आप प्राइवेट जॉब कर रहे होते हैं तब आपको छुट्टियां लेने में काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है और ऐसा भी होता है कि कभी-कभी आपको छुट्टी नहीं मिलती है, तब आपको गुस्सा भी आता होगा। लेकिन वहीं कुछ ऐसे एंप्लाय भी आपकी कंपनी में होंगे जो कभी छुट्टियां नहीं लेते हैं और उनको देखकर मन में यही ख्याल आता है कि आखिर कोई बिना छुट्टी लिए कैसे रह सकता है और इसका क्या फायदा।

लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताएंगे जिसने कभी छुट्टियां नहीं ली और आज वो अरबपति बन गया है। बता दें कि उस शख्स का नाम है अनिल मणिभाई नाइक। बता दें अनिल लार्सेन एंड टूबो के एक ऐसे एंप्लाय हैं जिन्होंने कभी अपने काम से छुट्टी नहीं ली और जिसके चलते उनको पद्म विभूषण से सम्मानित भी किया गया। तो चलिए आपको बताते हैं इनकी कहानी।

कौन है नाइक मणिभाई नाइक

बता दें कि मणिभाई लार्सेन ऐंड टूब्रो (L&T) के रिटायर्ड नॉन एग्जेक्युटिव चेयरमैन रहे हैं और उनको ये अवार्ड कार्पोरेट में उनके योगदान के लिए मिला है। नायक ने करीब पांच सालों से एक भी छुट्टी नहीं ली जिसके चलते उनको कंपनी की तरफ से करीब 20 करोड़ मिले हैं। नाइक ने L&T में पांच दशकों तक अपनी सेवाएं दी हैं।

L&T की 2017-18 की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, मणिभाई ने पिछले साल की बची हुई अपनी छुट्टियों को जब कैश कराया तब उन्हें 19.40 करोड़ मिले। जिसके बाद इस साल करीब 1.37 अरब रुपए का भुगतान किया गया। मणिभाई की बेसिक सैलरी 2.73 करोड़ रुपए है। और अब जब वो रिटायर हो रहे हैं तो रिटायरमेंट ग्रैच्युटी बेनेफिट और स्टॉक विकल्पों को मिलाकर उनको करीब 1 अरब से ज्यादा रूपए मिले हैं।

बिजनेस टुडे के साथ हुए एक इंटरव्यू में मणिभाई ने बताया कि वो कभी ही ऐसा होता था कि वो रविवार को छुट्टी लें, जिसकी वजह से वो कभी भी अपने परिवार को समय नहीं दे पाए। नाइक ने बताया कि वो यूएस में रह रहे अपने बेटे और बेटी से कभी मिलने भी नहीं जा पाते थे। जिसकी वजह से उनका परिवार भी उनसे काफी परेशान थी और फिर थक हार कर उनके परिवार (बेटा-बेटी) ने उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया। क्योंकि जब उनके बच्चे उनके साथ रहते थे तब वो रात को घर पहुंचते थे और सुबह होते ही ऑफिस के लिए निकल जाते थे। जिस वजह से वो कभी भी अपने बच्चों को समय नहीं दे सके।

मणिभाई का परिवार

बता दें कि मणिभाई का बेटा जिग्नेश ए नाइक कैलिफोर्निया में गूगल कंपनी में काम करता है वहीं उनकी बहू रूचा सेफवे की सीआईओ है। और उनकी बेटी प्रतीक्षा औऱ उनका दामाद दोनों ही डॉक्टर हैं।

करियर की शुरूआत

आज अरबपति बन चुके मणिभाई के पिता गुजरात के एक प्राइमरी स्कूल में टीचर थे। नाइक ने 1965 में जूनियर इंजीनियर के पद पर L&T जॉइन किया था औऱ तभी से वो इस कंपनी से जुड़े हुए हैं। कंपनी के साथ काम करते-करते उनका प्रमोशन होता गया। नाइक ने कंस्ट्रक्शन कंपनी की एंट्री डिफेंस फील्ड में करवाने में अहम भूमिका निभाई थी। इतना ही नहीं जब इस कंपनी को साल 2000 में अंबानी और बिड़ला ग्रुप अधिग्रहण करने की कोशिश में था तब मणिभाई ने ही कंपनी को संभाला था।

मणिभाई भले ही आज अरबपति बन गए हों लेकिन वो काफी सरल और सादा जीवन व्यतीत करते हैं। साल 2016 में उन्होंने ये घोषणा की थी की वो अपनी कमाई का 75 फीसदी हिस्सा चैरिटी में देंगे। इकनॉमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, मणिभाई की वार्डरोब में महज 6 शर्ट, तीन सूट और दो जोड़ी जूते ही ह।

आरबीआई के स्वतंत्र निदेशक एस गुरुमूर्ति ने ए. एम नाइक को पद्म विभूषण से सम्मानित किए जाने पर कहा, ए.एम. नाइक पद्म विभूषण के हकदार हैं, वह एक राष्ट्रभक्त और जीनियस प्रोफेशनल मैनेजर हैं। उन्होंने अंबानी से L&T को बचाया और इसे केवल इंजीनियरिंग कंपनी से नैशनल सिक्योरिटी एसेट में तब्दील कर दिया। मिस्टर नाइक को शुभकामनाएं.

मणिभाई की कहानी वाकई उनके काम के प्रति समपर्ण और निष्ठा को दर्शाती है और यही वजह है कि आज उनको पैसों का साथ इतना बड़ा सम्मान भी मिला है।

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