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कलयुग खत्म होने तक सिर्फ 4 फीट का रह जाएगा इंसान और जिएगा सिर्फ 12 साल, जानें क्या है रहस्य….

हमारे देश में शास्त्रों की बहुत मान्यता है। इस शास्त्र में आपको चार युग का वर्णन मिलेगा। सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग और कलियुग। शास्त्र के लिहाज से हम सभी इस वक्त कलियुग चल रहा है। कलियुग की समाप्ति के बाद क्या होगा किसी को नहीं पता, लेकिन कलियुग अपने अंत तक जाते जाते मनुष्यों में बहुत बदलाव करके जाएगा। सतयुग के अलावा हर युग में पाप और अधर्म था जिसे नाश करने के लिए भगवान ने कभी श्री राम का तो कभी कृष्ण का रुप धरा। इसके बाद अब कलियुग की शुरुआत हुई है। इस .युग में सबसे ज्यादा अधर्म और पाप की बात कही गई है। इसका विनाश करने के लिए भगवान एक बार फिर धरती पर अवतरित होंगे। आपको बताते हैं कलियुग से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें।

क्या होगा कलयुग का अंत

एक युग का अर्थ होता है एक निर्धारित संख्या के वर्षों की काल अवधि। कलयुग का समय निर्धारित किया गया है 4, 32,000 वर्ष। इस युग की शुरुआत में मनुष्य की आयु 100 साल बताई गई थी, लेकिन वक्त बढ़ने के साथ साथ अब इस आयु में काफी फर्क आ गया है। ऐसे कम ही लोग बचे हैं जो 100 से ऊपर अपना जीवन गुजार रहे हैं। इस युग में मनुष्य की औसतन लंबाई 5.5 है। साथ ही इस युग का तीर्थ गंगा है।

इस युग में पाप की मात्रा 15 अर्थात 75 प्रतिशत होगी वहीं पुण्य सिर्फ 5 विश्वा यानी 25 प्रतिशत है। जैसे श्री राम और श्री कृष्ण ने अवतार लिया था। इस युग में प्रभु कल्कि रुप में किसी ब्राह्मण के घर जन्म लेंगे। अवतरित होने का उद्देश्य है मनुष्य जाति का उधार करना और धर्म की रक्षा के लिए पापियों का संघार करना। इस युग के पात्रों को मिट्टी का बनाया गया है।

सतयुग में पाप का नामों निशान नही था और हर तरफ खुशहाली ही खुशहाली थी। सतयुग में मनुष्य की लंबाई करीब 32 फीट की थी। त्रेतायुग में मनुष्य 21 फिट के होते थे फिर द्वापयुग में मनुष्य 11 फीट के होने लगे। अब अंतिम युग यानी कलयुग में मनुष्य की लंबाई सिर्फ 4 फीट की रह जाएगी और अंत आते आते मनुष्य सिर्फ 12 साल ही जी पाएगा। 10 हजार साल की कलियुग की अवधि का खात्मा भगवान कल्कि करेंगे।

इस गुफा मेे छिप है कलयुग का रहस्य

उत्तराखंड  कुमाऊं मंडल में गंगोलीहाट कस्बेकस्बे में पाताल भुवनेश्वर गुफा के बारे बताया गया है कि यहां भगवान शिव का निवास स्थान है। इस गुफा में सभी देवी देवता आकर भगवान शिव की पूजा करते हैं। इस गुफा की सबसे अनोखी बात ये है कि सृष्टि की रचना से लेकर कलयुग का अंत कब और कैसे होगा इसका पूरा वर्णन इस गुफा में किया गया है।

ऐसा कहा जाता है कि यहां के मुख्य द्वार से संकरी फिसलन भरी 80 सीढ़ियां है जिसे उतरने के बाद एक ऐसी दुनिया शुरु होती है जहां युगों युगों का इतिहास प्रकट होता है।यहां पर आपको सभी देवी देवताओं की आकृति नजर आए जाएगी। माना जाता है कि शेषनाग के फनों की तरह उभरी संरचना मिलती है जिस पर धरती टिकी हुई है। इसके चार खंभे इन चार युगों को दर्शाते हैं।

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