जानिये क्या कर रहे हैं आज कल ‘तुम तो ठहरे परदेसी’ के गायक अल्ताफ खान, कहाँ हो गए गायब
मॉर्डन ज़माने में पहले के मुकाबले हर चीज़ में बदलाव आया है तो फिर क्यों गीत-संगीत की दुनिया पीछे रहे। जी हां, गीत-संगीत की दुनिया में भी भारी बदलाव देखने को मिल रहा है। जहां पहले के गाने में शेर शायरी दिखती थी, तो वहीं अब युवाओं की पहली पसंद रैप हुए गाने हैं। ऐसे में एक लंबा जनेरेशन गैप हो गया है, लेकिन आज भी लोगों के दिलों में पुराने ज़माने के सिंगर राज करते हैं। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
एक ज़माने में ‘तुम तो ठहरे परदेसी’ गाने का बुखार हर किसी के सिर चढ़ के बोलता था, लेकिन आज भी इसे सुनने वालों की कमी नहीं है। यह गाना उस समय काफी ज्यादा हिट था, जिसे अल्ताफ राज ने गाया था। अल्ताफ राज का यह पहला गाना था, जिसके ज़रिए उन्होंने डेब्यू किया था। उस समय इनका ये गाना काफी ज्यादा हिट था। कोई भी ऐसा नहीं था, जिसने इस गाने को नहीं गुन गुनाया होगा। आज भी लोग कभी कभार यह गाना ज़रूर गाते हैं। ऐसे में हम आपको अल्ताफ राज से रूबरू कराने जा रहे हैं।
लोगों पर चढ़ा था ‘तुम तो ठहरे परदेसी’ का बुखार
साल 1997 में ‘तुम तो ठहरे परदेसी’ गाने का लोगों पर बुखार चढ़ गया था। हर कोई यही गाना गाता था। रातो रात अल्ताफ राज सुपरस्टार बन गये थे। हर कोई उनके नये गाने के लिए बेताब हो गया था। यह गाना 15 मिनट का है, जिसमें जनवरी से लेकर दिसंबर तक के प्रेम का वर्णन किया गया है, जोकि हर प्रेमी के मन को टटोलने के लिए काफी है। हालांकि, अब युवाओं को शायरी और इस तरह के गानों में ज्यादा दिलचस्पी नहीं रही है, लेकिन फिर भी आज इस गाने का बुखार कई प्रेमियों पर चढ़ा रहता है।
आशिकों के दिल में राज करते थे अल्ताफ राज
अल्ताफ राज के गाने आशिकी पर होते थे और ऐसे मेंं वे हर आशिक के दिल में राज करते थे। हर आशिक के दिल में जितनी जगह उसके मेहबूब की होती थी, उतनी ही जगह अल्ताफ राज के गानों के लिए भी होती थी। इतना ही नहीं, उस समय हर आशिक अपने प्यार का इजहार अल्ताफ के गानों से करता था। मतलब साफ है कि अल्ताफ 90वें के दशक में युवाओं पर राज करते थे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अब अल्ताफ राज की हालत कैसी और वे क्या करते हैं। नहीं, जानते तो चलिए हम आपको बताते हैं।
स्टेज शो करते हैं अब अल्ताफ राज
अपने जमाने के टॉप सिंगर रह चुके अल्ताफ राज अब अपनी छोटी मोटी ज़रूरतो को पूरी करने के लिए छोटे मोटे कॉन्सर्ट करने पड़ते हैं। जी हां, अल्ताफ अब अपनी ज़रूरतों को पूरी करने के लिए स्टेज शो करते हैं, क्योंकि आजकल के युवाओं को शायरी नहीं पसंद आती है, बल्कि उन्हें रैप पसंद आते हैं। इसलिए अब अल्ताफ को अपनी जीवनयापन करने के लिए कठिनाई उठानी पड़ रही है।