दुल्हन के पिता ने दूल्हे को दिए 2.51 लाख रुपये, तो लड़के ने हाथ जोड़कर कहा ‘मुझे इतना नहीं…’
भारतीय समाज में आज भी लड़की की शादी में दहेज देने के प्रचलन जारी है। जी हां, लड़की वालों की तरफ से लड़के वालों को अब गिफ्ट के रुप में लाखों रुपये दिये जाते हैं, जिसे कानून भाषा में दहेज कहा जाता है, जोकि लेना और देना दोनों ही पाप है, लेकिन आज भी यह खुलेआम चल रहा है। ऐसा ही कुछ राजस्थान के नागौर के एक राजपूत समाज की शादी में भी हुआ। शादी में दुल्हन के पिता ने दूल्हे की तरफ नोटो से भरी थाली की, लेकिन उसके बाद जो हुआ, उसकी तारीफ हर कोई कर रहा है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
राजस्थान के नागौर में एक राजपूत लड़के की शादी हो रही थी और उस समय लड़की के पिता ने उसके सामने नोटो से भरा थाली पेश किया, जिसे टीके की रस्म कहा जाता है। राजपूत समाज में जब दूल्हा दुल्हन के घर जाता है, तो टिके की रस्म में लड़की के पिता उसे कुछ पैसे और चांदी का सामान देते हैं। और ऐसा ही कुछ इस लड़के की शादी में भी हुआ, लेकिन लड़के ने नोटो से भरी थाली के साथ ऐसा कुछ किया कि नागौर से यह शादी पूरे इंडिया में फेमस हो गई। तो जानते है कि आखिर मामला क्या है?
टिके के रस्म में 2.51 लाख रुपये का चढ़ावा
जब दूल्हे का टिका किया जा रहा था, तब उसके सामने उसके होने वाले ससुर ने नोटो से भरी थाली पेश की, जिसमें पूरे 2.51 लाख रुपये कैश में थे। बता दें कि दूल्हे का नाम हरेंद्र सिंह है। जब हरेंद्र के सामने यह थाली आई तो उसने अपने ससुर के सामने हाथ जोड़ते हुए कहा कि मैं यह थाली नहीं ले सकता हूं, क्योंकि हमारे यहां दहेज लेना और देना पाप है। हालांकि, हरेंद्र सिंह ने टिके की रस्म का मान रखते हुए थाली में से एक रुपया उठाया और बाकी अपने होने वाले ससुर को वापस कर दिया।
दूल्हे की बात सुनकर दुल्हन के पिता की आंखो में आएं आंसू
दूल्हे की बात सुनकर दुल्हन के पिता की आंखों में आंसू आ गये। इतना ही नहीं, हरेंद्र के पिता ने कहा कि आज मुझे मेरे बेटे पर गर्व हो रहा है कि उसने इतना अच्छा फैसला लिया। इसके बाद दुल्हन के पिता ने कहा कि आज मैं खुश हो गया कि मुझे इतना अच्छा दामाद और समधी मिला है। सच में मेरा जीवन सफल हो गया है। मुझे अब मुझे अपनी बेटी की चिंता नहीं है, क्योंकि उसे इतना अच्छा लड़का मिला है, जोकि उसका हमेशा ध्यान रखेगा।
हर दूल्हे को दहेज के खिलाफ उठानी चाहिए आवाज़
हरेंद्र सिंह की तरह हर युवक को दहेज के खिलाफ आवाज़ उठानी चाहिए। दरअसल, हर माता पिता अपनी बेटी को पढ़ा लिखाकर बड़ा करते हैं, लेकिन जब शादी की बात आती है तो उन्हें चिंता होने लगती है, ऐसे में हर लड़के को हरेंद्र सिंह से सीख लेनी चाहिए और दहेज के खिलाफ आवाज़ उठानी चाहिए, ताकि फिर कोई पिता अपनी बेटी के दहेज के लिए चिंतित न हो और हमारा समाज दहेज मुक्त हो सके।