ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों को बड़ा झटका, ‘अब न मिलेगा सामान सस्ता, न होगी डिलिवेरी जल्दी’
आजकल ऑनलाइन शॉपिंग का जमाना है। हर कोई ऑनलाइन खरीदारी करता है। ऐसे में अगर आप भी ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं, तो यह सिर्फ आपके लिए ही हैं। जी हां, ऑनलाइन शॉपिंग करके अगर आप अभी तक भारी छूट या डिस्काउंट लेते थे, तो अब यह सब भूल जाएं। अब से ऑनलाइन शॉपिंग करने पर न तो आपको सामान सस्ता मिलेगा और न ही आपको भारी भरकम डिस्काउंट मिलेगा, मतलब अब सामान मार्केट के भाव से ही मिलेगा। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
ई-कॉमर्स में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश यानि एफडीआई का नया नियम शुक्रवार से लागू हुआ है, जिसमें अब कोई बदलाव या कंपनियों को कोई राहत मिलने वाली नहीं है। इस नियम से अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों को बड़ा झटका लगा है। ऐसे में इन कंपनियों ने इस नियम को लागू करने के लिए कुछ समय मांगा था, लेकिन केंद्र सरकार ने उनकी एक नहीं सुनी, ऐसे में इसका नुकसान आम आदमी के पॉकेट पर भी पड़ेगा। तो जानते हैं कि पूरा मामला क्या है और कैसे इसका असर आपकी जेब पर पड़ेगा।
अपने प्रोडक्ट नहीं बेच पाएंगी कंपनियां
नये नियम के तहत अब कंपनियां वही प्रोडक्ट बेच पाएंगी, जिनमें उनकी भूमिका नहीं होगी। यानि कंपनी अपने प्रोडक्ट नहीं बेच पाएंगी। इस नियम से सबसे ज्यादा असर अमेजन और फ्लिपकार्ट को लगेगा, क्योंकि ये कंपनियां ऑनलाइन अपने प्रोडक्ट भी बेचती हैं, ऐसे में अब इन्हें प्लेटफॉर्म से मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, ग्रॉसरी और फैशन आदि प्रोडक्ट को भारी मात्रा में हटाना पड़ेगा, जिससे इन्हें काफी नुकसान हो सकता है। ऐसे में अब कंपनियों का भारी भरकम नुकसान हो सकता है, जिसका असर आम आदमी पर भी पड़ेगा।
नहीं मिलेगा अब एक्सक्लूसिव सेल का फायदा
एफडीआई के नये नियम के लागू होने के बाद से ही एक्सक्लूसिव प्रोडक्ट बेचने पर भी पांबदी लगाई गई है। ऐसे में अब कंपनियों को एक्सक्लूसिव सेल का फायदा नहीं मिलेगा और इससे उनके बिजनेस में नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में कंपनियों ने थोड़ा वक्त मांगा था, लेकिन सरकार द्वारा उन्हें बिल्कुल भी वक्त नहीं मिला, ऐसे में अब उन्हें करोड़ो का नुकसान हो सकता है या फिर कोई नई स्कीम से चीज़ों को बेचा जा सकता है।
लेट होगी अब डिलिवरी
नये नियम के लागू होने के बाद अब आपको लेट डिलिवरी भी मिलेगी। जी हां, अगर अभी तक आपको सामान घर तक 1 से 2 दिन में आ जाता था, तो अब यह कम से कम 4 से 7 दिन में आएगा। इतना ही नहीं, डिलिवरी चार्ज भी बढ़ाए गये हैं। मतलब साफ है कि अब आपको ऑनलाइन सस्ता सामान नहीं मिलेगा और न ही भारी भरकम डिस्काउंट। बताया जा रहा है कि इस नये नियम के पीछे ऑफलाइन विक्रेताओं का हाथ है, क्योंकि इनका मानना था कि ऑनलाइन चीज़े सस्ती मिलती है, जिसकी वजह से लोग उनके यहां नहीं आ रहे हैं।