भैरव भगवान और हनुमान जी के नाम से क्यों डरते हैं भूत-प्रेत, नाम सुनते ही हो जाते हैं गायब
तांत्रिक भूत भगाने के लिए कई सारी विद्या हासिल करते हैं और ये विद्या इन लोगों को हनुमान, भैरव, शिव जी और दुर्गा की पूजा करके प्राप्त होती हैं. इसलिए कहा जाता है कि जब भी किसी इंसान का सामना किसी भूत से होता है तो वो हनुमान जी, भैरव जी, शिव जी या काली मां का नाम लेने शुरू कर दें. क्योंकि भूत प्रेत इन भगवानों का नाम सुनकर ही भाग जाते हैं.
आखिर कौन हैं काल भैरव भगवान
पुरानी धार्मिक मान्यता में काल भैरव भगवान का उल्लेख है और इन उल्लेखों के मुताबिक काल भैरव भगवान, भगवान शिव जी के जरिए ही उत्पन्न हुए थे. कहा जाता है कि एक बार भगवान शिव को काफी गुस्सा आ गया था और उनके गुस्से से ही काल भैरव उत्पन्न हुए थे. वहीं काल भैरव से जुड़ी एक और कथा के अनुसार जब ब्रह्मा जी ने इनके एक फैसले पर अपने समर्थन नहीं दिया था, तो गुस्सा होकर काल भैरव ने इनके उस मस्तक को अपने नाखून से काट दिया था, जिसके द्वारा ये असहमित जताई गई थी.भगवान भैरव जी की पूजा कई लोगों द्वारा की जाती है और ये भगवान रात्रि के देवता के रुप में जाने जाते हैं. रात के समय ही इनकी पूजा करने से लाभ मिलता है और इनकी पूजा का सबसे शुभ समय रात के 12 से सुबह के तीन बजे का होता है. कहा जाता है कि इन भगवान की पूजा करने से कई रोगों से मुक्ति मिलती है और लंबी उम्र हासिल होती है. हालांकि कई लोग भैरव जी की पूजा भूत से राहत पाने के लिए भी करते हैं और तन्त्र विद्या के जरिए इनसे शक्ति भी हासिल करते हैं. इसलिए भूत और प्रेत से परेशान लोग भैरव जी का नाम जपते हैं.
शिव जी से पहले लिया जाता है भैरव भगवान का नाम
कहा जाता है कि काल भैरव भगवान की पूजा शिव की पूजा से पहले करना जरूरी होता है. क्योंकि काल भैरव को ये वरदान दिया गया था कि शिव जी की पूजा से प्रथम उनकी पूजा की जाएगी. जिसके बाद से मध्यप्रदेश के उज्जैन में शिव जी के मंदिर में जाने से पहले लोगों द्वारा काल भैरव के मंदिर जाया जाता है और इस मंदिर में जाकर इनके दर्शन करने के बाद ही शिव जी की पूजा की जाती है.
भैरव भगवान और हनुमान जी के नाम से डरते हैं भूत
लोग अक्सर भूत और प्रेत से छुटकारा पाने के लिए तांत्रिक की मदद लते हैं और लगभग सभी तांत्रिक भैरव जी से ही शाक्ति हासिल कर भूतों को भगाते हैं. इसके अलावा कई तांत्रिक हनुमान जी की पूजा करके भी भूत भगाने की शक्तियां हासिल करते हैं. कहा जाता है कि जब भी किसी का सामना भूत से हो तो उसे भैरव भगवान और हनुमान जी का नाम जपना शुरू कर देना चाहिए. क्योंकि भूत और प्रेत जैसी चीजें इन भगवानों से काफी डरती हैं.
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में आकर भाग जाते हैं भूत
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर राज्सथान में स्थित है और इस मंदिर में भूतों से परेशान कई सारे लोग आते हैं. कहा जाता है कि इस मंदिर में बालाजी के रूप में हनुमान जी हैं, जो कि भूतों की समस्या से लोगों को छुटकारा देते हैं और हनुमान के साथ ही इस मंदिर में भैरव भगवान की भी पूजा की जाती है. इस मंदिर के अलावा भारत में और भी ऐसे हनुमान और भैरव जी के मंदिर हैं जहां पर जाकर लोग भूत और प्रेत से मुक्ति पाते हैं.
घर से भी पूजा कर भगाते हैं भूत
शानिवार और मंगलवार का दिन भूत और प्रेत से मुक्ति पाने के लिए सबसे अच्छा दिन होता है क्योंकि ये दिन भैरव जी और हनुमान का दिन होते हैं. इसलिए इस दिन लोगों द्वारा उनके घरों में भैरव और हनुमान की पूजा की जाती है.