देखें किस तरह टिवीटर पे ऋषि कपूर का गांधी परिवार पर निशाना, ‘बाप का माल समझ रखा है?’
बुधवार को बॉलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर ने एक ऐसा ट्वीट किया, जिससे उन्होंने सीधे गांधी परिवार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करके मांग की है कि गांधी परिवार के नाम पर रखे गए राष्ट्रीय संपत्तियों के नाम बदले जाने चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया- ‘कांग्रेस की तरफ से गांधी परिवार के नाम पर राष्ट्रीय संपत्तियों के नाम को बदलो। बांद्रा/वर्ली सी लिंक को लता मंगेशकर या जेआरडी टाटा लिंक रोड करो। बाप का माल समझ रखा था?
Change Gandhi family assets named by Congress.Bandra/Worli Sea Link to Lata Mangeshkar or JRD Tata link road. Baap ka maal samjh rakha tha ?
— Rishi Kapoor (@chintskap) May 17, 2016
उन्होंने कहा- ‘हमें देश की संपत्तियों के नाम उन लोगों के नाम पर रखने चाहिए जिन्होंने देश के लिए कुछ योगदान दिया है। हर संपत्ति गांधी परिवार के नाम पर ही क्यों है? मैं सहमत नहीं हूं। सोचना लोग।
Film City should be named Dilip Kumar,Dev Anand,Ashok Kumar ya Amitabh Bachchan ke naam? Rajeev Gandhi udyog Kya hota hai? Socho doston!
— Rishi Kapoor (@chintskap) May 17, 2016
उन्होंने फिल्म सिटी को दिलीप कुमार, देव आनंद, अशोक कुमार या अमिताभ बच्चन के नाम पर रखने की भी बात कही। उन्होंने लिखा कि राजीव गांधी उद्योग क्या होता?
Film City should be named Dilip Kumar,Dev Anand,Ashok Kumar ya Amitabh Bachchan ke naam? Rajeev Gandhi udyog Kya hota hai? Socho doston!
— Rishi Kapoor (@chintskap) May 17, 2016
Imagine Mohamad Rafi Mukesh Manna Dey Kishore Kumar venues on their name like in our country. Just a suggestion
— Rishi Kapoor (@chintskap) May 17, 2016
ऋषि कपूर ने एक अन्य ट्वीट करके कहा कि इंदिरा गांधी नेशनल क्यों? इसका नाम महात्मा गांधी या भगत सिंह या अंबेडर या मेरा खुद का नाम ऋषि कपूर के नाम पर क्यों नहीं
Why Indira G airport International ? Why not Mahatma Gandhi or Bhagat Singh Ambedkar or on my name Rishi Kapoor. As superficial! What say?
— Rishi Kapoor (@chintskap) May 17, 2016
वे बोले कि राज कपूर ने न केवल जीते जी, बल्कि मरने के बाद भी भारत को गर्व की अनुभूति कराई है। उनका योगदान राजनीतिक लोगों के योगदान से कहीं अधिक है।
Raj Kapoor has made India proud over the years all over even after his death. Certainly more than What has been perceived by politics.
— Rishi Kapoor (@chintskap) May 17, 2016