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किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर ने पहले अपनाया था इस्लाम फिर सनातन धर्म, जानिए इन की पूरी कहानी

इस साल अर्ध कुंभ के मेले में कुल 14 अखाड़े शामिल हुए हैं और ये पहली बार है जब इस मेले में एक किन्नर अखाड़ा शामिल हुआ है. इस अखाड़े की स्थापना कुछ साल पहले ही की गई थी और इस अखाड़े की महामंडलेश्वर मां भवानी नाथ वाल्मीकि हैं. इस अखाड़े के शामिल होने से पहले कुल 13 अखाड़े कुंभ में भाग लिया करते थे. लेकिन अब ये अखाड़ा भी कुंभ से जुड़ गया है. वहीं पहले किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर मां भवानी नाथ वाल्मीकि कौन हैं और वो किस तरह से इस अखाड़े से जुड़ी ये हम आपको आज बताने जा रहे हैं.

जानिए किस तरह से शबनम बनीं महामंडलेश्वर मां भवानी

शबनम भी पहले एक आम महिलाओं की तरह ही थी और शबनम का जन्म एक बेहद गरीब परिवार में हुआ था. दिल्ली से नाता रखने वाली शबनम के लिए ये जिंदगी और मुश्किल तब हो गई थी जब इनको पता चला कि वो किन्नर हैं. 17 नवंबर 1972 को जन्मी शबन जब 13 साल की थी तब उनको अपनी असली पहचान पता चली और इस पहचान को स्वीकार करना उनके लिए और उनके परिवार वालों के लिए काफी मुश्किल था. हालांकि शबनम ने अपने आपको अपना लिया मगर उनके परिवार वालों के लिए ये चीज अपनाना काफी मुश्किल था. जिसके चलते शबनम ने 14 साल की आयु में अपने पिता चंदरपाल का घर छोड़ दिया था. शबनम के परिवार में इनके 8 भाई और बहन भी थे और अपने परिवार से अलग होना इनके लिए काफी मुश्किल था.

अपनाया इस्लाम धर्म

साल 2011 में शबनम ने अपने धर्म को बदलने का फैसला लिया और इन्होंने हिंदू धर्म त्याग कर  इस्लाम धर्म को अपना लिया. इतना ही नहीं इस धर्म को अपनाने के बाद इन्होंने हज यात्रा भी की थी. हालांकि कुछ साल बाद वापस से इन्होंने हिंदू धर्म को अपना लिया था.

किन्नर अखाड़ा बनाने में है शबनम का योगदान

खुद को काली मां का भक्त बताने वाली शबनम ने लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी के संग किन्नर अखाड़े को बनाया और ये वर्ष 2016 में अखिल भारतीय हिंदू महासभा के किन्नर अखाड़े का कामकाज देखने लगी. इस अखाड़े से जुड़ने के बाद इन्हें इस अखाड़े का धर्मगुरु बनाया गया और एक साल बाद ही यानी साल 2017 में इनको स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती द्वारा महामंडलेश्वर की उपाधि सौंपी दी गई थी. जिसके बाद इस साल लगे कुंभ के मेले में ये अपने इस अखाड़े के कार्यों को संभाल रही हैं. वहीं कई पत्रकारों को दिए गए अपने इंटरव्यू में इन्होंने अपनी जिंदगी के ये सारे राज खोले हैं.

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