भारतीय राजनीति में आज के समय में बहुत कम ही ऐसे नेता देखने को मिलते हैं जिनके जज्बे उनके बीमारी से ऊंचे होते हैं। कुछ ऐसे ही जज्बे से भरे हैं गोवा के सीएम और राज्य के वित्त मंत्री मनोहर परिर्कर। गोवा सीएम लंबी बीमारी से उबरे हैं और बावजूद इसके उन्होंने ज्यादा छुट्टियां नहीं ली और काम कर रहे हैं। काम के वक्त भी उनके नाक पर नली लगी हुई है। इसी अवस्था के साथ ही मनोहर परिर्कर ने 2019-20 का बजट भी पेश किया। उनकी ये तस्वीर काफी वायरल हो रही है।
गोवा सीएम ने आहिस्ता से पढ़ा भाषण
मनोहर परिर्कर पैनक्रियाज की बीमारी से जूझ रहे हैं। कुछ समय पहले ही वह अमेरिका से इलाज कराकर लौटे हैं। उनके नाक में एक पाइप लगी है जो काम के वक्त भी लगी रहती है। राज्य के सीएम होने के अलावा वह वित्त मंत्री भी हैं और इसलिए सदन में विपक्ष के हंगामे के बाद भी उन्होंने बजट शांति से पेश किया। उनकी तबीयत सही नहीं थी और इसलिए उन्होंने बजट का भाषण बेहद ही धीमे धीमे पढ़ा। उनके इस जज्बे से आम जनता ही नहीं नेता भी काफी प्रभावित हैं।
दूसरी तरफ राहुल गांधी ने परिर्कर से मुलाकात पर अपनी बात रखी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि “मैंने कल परिर्कर जी से मुलाकात की। उन्होंने मुझसे कहा था कि डील बदलते वक्त भारत के पीएम नें भारत के रक्षा मंत्री से नहीं पूछा था। एक तरफ तो मीटिंग में परिर्कर जी कहते हैं कि मेरे पास राफेल की फाइल पड़ी है, मुझे गोवा से कोई नहीं निकाल सकता। दूसरी तरफ उनका मंत्री जर्नलिस्ट से फोन पर बात करता है। मोदीजी परिर्कर को खुश करने की कोशिश करते हैं।”
राहुल गाँधी ने कहा था झूठ
परिर्कर ने लिखा कि आपकी मेरे ऑफिस में हुई मुलाकात मुझे परेशान कर रही है। मीडिया में आपके हवाले से खबर आ रही है कि राफेल हासिल करने में मेरा कोई रोल नहीं था औऱ ना ही मुझे इस बारे में कोई जानकारी थी। मैं इस वजह से ही बहुत हारा हुआ महसूस कर रहा हूं। एक मुलाकात को भी आपने राजनीति के फायदे के लिए इस्तेमाल किया। सिर्फ 5 मिनट की मुलाकात में हमारी कोई बातचीत नहीं हुई। बता दें कि इस मुद्दे पर ही कांग्रेस हमेशा से बीजेपी को घेरती आई है और पीएम मोदी राहुल गांधी का निशाना रहे हैं।
परिर्कर ने कहा कि 29 जनवरी को आप बिना पूर्व जानकरी के मेरा हालचाल लेने आए। हमारे देश में स्वस्थ राजनीति संस्कृति है। हम अपने विरोधियों का भी बीमारी की स्थिति में हाल चाल लेते हैं और उनके अच्छे स्वास्थ की प्रार्थना करते हैं। इसी भावना के चलते मैंने आपकी मुलाकात का स्वागत किया और आपके इस दयालु व्यवहार की प्रशंसा की।सिर्फ इतना ही नहीं परिर्कर ने खत में अपने जज्बात भी लिख दिए। उन्होंने लिखा कि मैं हारा हुआ महसूस कर रहा हूं, क्योंकि आपने इस मुलाकात का इस्तेमाल तुच्छ राजनीतिक फायदे के लिए किया। आपने मुझसे पांच मिनट की मुलाकात की। इस दौरान ना तो आपने राफेल के बारे में मुझसे कुछ पूछा और ना ही हमने इससे जुड़ी कोई और बातचीत की। राफेल के बारे में हमारी मुलाकात के दौरान कुछ भी नहीं कहा गया।
परिर्कर ने लिखा कि आपकी मेरे ऑफिस में हुई मुलाकात मुझे परेशान कर रही है। मीडिया में आपके हवाले से खबर आ रही है कि राफेल हासिल करने में मेरा कोई रोल नहीं था औऱ ना ही मुझे इस बारे में कोई जानकारी थी। मैं इस वजह से ही बहुत हारा हुआ महसूस कर रहा हूं। एक मुलाकात को भी आपने राजनीति के फायदे के लिए इस्तेमाल किया। सिर्फ 5 मिनट की मुलाकात में हमारी कोई बातचीत नहीं हुई। बता दें कि इस मुद्दे पर ही कांग्रेस हमेशा से बीजेपी को घेरती आई है और पीएम मोदी राहुल गांधी का निशाना रहे हैं।
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