जब माँ ने खींची मासूम की नए मोबाइल से तस्वीर, तो “फ़्लैश” से सामने आया हैरान कर देने वाला सच
आज के समय में मोबाइल फोन हर किसी की पहली और अहम जरूरत बन चुका है. अब हर गरीब से लेकर अमीर तक के पास अपना खुद का स्मार्टफोन है. सोशल मीडिया और सेल्फी के इस दौर में लोग अपनी तसवीरें खींच कर दोस्तों के साथ शेयर करना पसंद करते हैं. हालाँकि यह काफी हद तक उनके एंटरटेनमेंट का एक जरिया भी बन चुका है लेकिन इसके नुकसान और परिणाम भी कईं बार उतने ही अधिक भयानक देखने को मिलते हैं. आज हम आपको जो वाकया बताने जा रहे हैं, उसे जान कर शायद आप भी सूच में पड़ जाएंगे. दरअसल, यह पूरी घटना न्यूयॉर्क के टेक्सास का है. जहाँ एक मोबाइल फोन ने महिला की जिंदगी को नया मोड़ दे दिया है.
मिली जानकारी के अनुसार महिला ने हाल ही में नया स्मार्टफोन खरीदा था. जिससे वह अपने बेटे की फोटो खींचने की कोशिश कर रही थी. मगर जैसे ही उसके फोन के कैमरा ने उसके बच्चे को कैप्चर किया तो कैमरा की फ़्लैश से हैरान कर देने वाला सच बाहर आया. महिला ने देखा कि उसके बेटे की एक आँख में फ़्लैश का असर कुछ अधिक ही नजर आ रहा था. माँ टीना ने उस तस्वीर को जब अपनी बहन के साथ शेयर किया तो उसे भी बच्चे की आँख में कुछ अजीब दिखाई दिया. वह काफी डर चुकी थी इसलिए अपने मन का भ्रम दूर करने के लिए वह बेटे को डॉ. के पास ले गई. वहां. जब डॉक्टर ने बच्चे की आँख का चेकअप किया तो उन्हें कैंसर के लक्ष्ण नजर आए.
बाद में टेस्ट्स करवाने पर उनका शक सच निकला. दरअसल, बच्चे की एक आँख जो कैमरा की फ़्लैश से जानवर की आँख लग रही थी, वह हकीक़त में उसकी आँख का कैंसर था. डॉक्टर्स के अनुसार आँख का यह कैंसर आम तौर पर छोटे बच्चों में पाया जाता है जिसके केस बहुत रेयर देखने को मिलते हैं. टीना की समझदारी के चलते उसके बेटे का कैंसर जल्दी पकड़ में आ गया. डॉक्टर्स के अनुसार अभी उसके बेटे की आँख का कैंसर शुरुआती सीमा पर था इसलिए उसे अच्छे इलाज और दवाइयों से रोका जा सकता था. हालाँकि इस ट्रीटमेंट से काफी बच्चों की एक आँख खराब भी हुई है लेकिन इसके बाद भी ट्रीटमेंट कनेर से पीड़ित बच्चों की पहली और अहम जरूरत है.
अमेरिकन शोधकर्ताओं के अनुसार आँख के कैंसर पर एक रिसर्च की गई. जिसमे पाया गया कि रेटिनोब्लास्टोमा नामक य कैंसर आसानी से डिटेक्ट किया जा सकता है. ख़ास कर मोबाइल के कैमरा या फ़्लैश लाइट से इसे देखा जा सकता है. ऐसे में यदि किसी की आँख बुरी तरह से या साधारण से अजीब चमकती प्रतीत हो तो उसे नज़रंदाज़ नहीं करना चाहिए क्यूंकि हो सकता है वह आँख के कैंसर की शुरुआत हो. ऐसे में अपने डॉ. से एक बार जांच आवश्य करवा लें. क्यूंकि किसी भी बीमारी को यदि समय रहते पकड़ लिया जाए, तभी उसका इलाज संभव है अन्यथा मरीज़ को भारी हर्जाना चुकाना पड़ सकता है.