अंदर से ऐसा दिखता है देश का पहला सिनेमा संग्रहालय, यहां देखिये तस्वीरें
शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में देश के पहले सिनेमा संग्रहालय का उद्घाटन किया। यह देश का पहला सिनेमा संग्रहालय है, जिसे पीएम मोदी ने देश के नाम किया। इस संग्रहालय में इंडियन सिनेमा की एक तस्वीर पेश की गई है। यह संग्रहालय करीब चार साल और करीब 140 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार हुआ है। बॉलीवुड जगत के लिए यह पहला मौका है, जब उन्हें इस तरह का प्यार मिला है। इस दौरान पीएम मोदी ने भाषण भी दिया। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
संग्रहालय के उद्घाटन के मौके पर बॉलीवुड की बड़ी बड़ी हस्तियां पहुंची थी। जी हां, पीएम मोदी ने संग्रहालय का उद्घाटन किया और फिर फिल्मी सितारों के साथ सैल्फी भी लिया। पीएम मोदी का यह अंदाज काफी ज्यादा लोकप्रिय है। फिल्मी सितारों के साथ पीएम मोदी ने काफी बातचीत भी की। बता दें कि यह संग्रहालय पिछले कई सालों से चर्चा में हैं, जोकि अब जाकर पूरा हुआ। ऐसे में लोग इस संग्रहालय को देखने के लिए बेताब हैं। इसलिए हम आपके लिए कुछ ऐसी तस्वीर लेकर आएं हैं, जोकि संग्रहालय के अंदर की है।
हिंदी सिनेमा के 100 साल के सफर को दिखाया गया
इस म्यूजियम में भारतीय हिंदी सिनेमा के पिछले 100 सालों के सफर को तकनीक द्वारा दिखाया गया है। बता दें कि फिल्मकार श्याम बेनेगल की अध्यक्षता में संग्रहालय सलाहकार समिति बनाई गई थी, जिनके मार्गदर्शन में इस संग्रहालय को तैयार किया गया है। इसके अलावा दो इमारतों ‘नवीन संग्रहालय भवन’ और 19वीं शताब्दी के ऐतिहासिक महल ‘गुलशन महल’ में स्थित है, जोकि इसकी खूबसूरती को और भी निखारता है। इस संग्रहालय के ज़रिए हिंदी सिनेमा के पिछले 100 सालों की यात्रा को दिखाने की कोशिश की गई है।
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संग्रहालय में है चार प्रदर्शनी हॉल
बता दें कि इस संग्रहालय में चार प्रदर्शन हॉल है, जिनकी अलग अलग खासियत है। इस संग्रहालय में गांधी और सिनेमा हॉल में लगी प्रदर्शनी में खास तौर से महात्मा गांधी के जीवन पर बनी फिल्में मौजूद हैं, जोकि काफी पसंद किया जा रहा है। इसके ज़रिए यह दिखाने की कोशिश की गई है कि महात्मा गांधी के जीवन का प्रभाव हिंदी सिनेमा पर आज भी बरकरार है। इसके अलावा आपको बता दें कि बाल फिल्म स्टूडियो हॉल में आगुंतकों, खासकर बच्चों को फिल्म प्रोडक्शन के विज्ञान, प्रौद्योगिकी और कला को जानने का मौका मिलेगा, जोकि बच्चों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।
बताते चलें कि भारतीय सिनेमा नाम के हॉल में देशभर के सिनेमा संस्कृति को दिखाया गया है, जोकि पिछले 100 साल के सफर को दर्शाता है। यह नौ भागों में विभाजित है, जिसमें सिनेमा की उत्पत्ति, भारत में सिनेमा का आगमन, भारतीय मूक फिल्म, ध्वनि की शुरुआत आदि चीज़ों को दिखाया गया है। यह सभी चीज़ें लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करेंगी। बता दें कि इस संग्रहालय में सिनेमा प्रेमियों के लिए हर चीज़ मौजूद है।