ऐसा माना जाता है कि जितने भी सरकारी ऑफिसर होते हैं वो घूस या पैसा लेकर ही काम करते हैं लेकिन कुछ ऐसे भी सिपाही हैं जो ईमानदारी के साथ अपना काम कर रहे हैं. उनके सामने कोई भी आ जाए चाहे जितना बड़ा ऑफिसर हो वो अपनी ड्यूटी निभाते ही हैं. कुछ ऐसा ही हुआ एक DGP के साथ जब उन्होंने ट्रैफिक नियम तोड़ा तो सिपाही ने उनकी पोस्ट को भूलते हुए अपना फर्ज ईमानदारी के साथ निभाया. आप खुद सोचिए ये सुनने में तो अजीब है लेकिन यह सच है कि इसके बाद डीजीपी साहब ने उस सिपाही के साथ क्या किया होगा. सबकुछ भुलकर निभाई ड्यूटी और काटा अपने ही DGP का चालान, आज के समय ऐसे पुलिसवालों का होना बहुत मुश्किल बात है लेकिन ऐसे लोग आज भी होते हैं.
सबकुछ भुलकर निभाई ड्यूटी और काटा अपने ही DGP का चालान
आज के समय पुलिसवालों की छवि आम जनता की नजर में गुंडों वाली है, पुलिसवालों की इमेज हर दिन खराब हो रही है लेकिन आपको सच बता दें कि ऐसा नहीं है. जिस पुलिस की हम आपको बात बताने जा रहे हैं उनकी बात ही अलग है. इस पुलिस वाले को दिल से नमन और उसकी तारीफ करने का मन करता है. ऐसा वाक्या उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में CPU के पुलिस के जवान ने रेड लाइट जम्प करने पर उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक (DGP) अनिल रतूड़ी का चालान काट दिया. जिसके बाद डीजीपी ने चालान काटने वाली CPU जवान की प्रशंसा की और उसकी पीठ थपथपाई ऐसा इसलिए क्योंकि जवान ने माना कि यह नियम सबके लिए एक है और फिर वो आम आदमी के लिए हो या फिर किसी खास आदमी के लिए हो. जो भी व्यक्ति कानून के नियम को तोड़ेगा उसके ऊपर कार्यवाही की जाएगी. जो काम उस जवान ने किया अगर वो आज के जमाने में हर सरकारी विभाग के लोग करने लगे तो आम आदमी सरकारी काम करने वालों को बुरा ना समझे. इसलिए हम जिस भी फील्ड में हैं वहां एक ऐसा दायरा बनाकर चलना चाहिए जिससे हमें कुछ कह ना सके.
उस जवान से हमें ये सीख लेनी चाहिए कि हम जिस भी काम को करते हों उसे पूरी मेहनत और ईमानदारी के साथ करेंगे तो हमें अच्छा फल ही मिलेगा. अगर हमें लगता है कि जो काम हम कर रहे वो सही है तो उसे करने में कभी डरना नहीं चाहिए फिर आपके सामने कितनी भी बड़ी पोस्ट का अधिकारी क्यों ना हो लेकिन हर फिर हर कोई आपके काम की तारीफ करेगा. इस बात को ध्यान में रखकर ही हमें हर काम को करना चाहिए.