इमरान हाशमी का बड़ा खुलासा ‘फेल होने के डर से स्कूल में किया था ये काम’
बॉलीवुड अभिनेता इमरान हाशमी इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म वाय चीट इंडिया के प्रमोशन में बिजी हैं। इमरान हाशमी की यह फिल्म लंबे अर्से के बाद आ रही है। इस फिल्म की चर्चा पिछले एक साल है और यह बहु चर्चित फिल्मों में से एक है। यह फिल्म इसी हफ्ते रिलीज होने जा रही है, ऐसे में इमरान हाशमी बहुत ही ज्यादा व्यस्त हैं। फिल्म के प्रमोशन के लिए इमरान हाशमी इधर उधर घूम रहे हैं और अपनी फिल्म देखने के लिए लोगों से अपील भी कर रहे हैं। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
इमरान हाशमी अपनी आने वाली फिल्म को लेकर काफी ज्यादा उत्साहित हैं, क्योंकि इस फिल्म में वे एक प्रोफेसर का किरदार निभा रहे हैं। इसके अलावा यह फिल्म भारत के एजुकेशन सिस्टम पर बनी हुई है, जिसकी वजह से लोग इसे खूब पसंद कर सकते हैं। बता दें कि इमरान हाशमी की फिल्म 18 जनवरी रिलीज होगी। इससे पहले इमरान हाशमी ने एक इंटरव्यू में बड़ा खुलासा किया है। जी हां, इमरान हाशमी ने अपने स्कूल लाइफ को लेकर बड़ा खुलासा किया और अपनी फिल्म पर ढेर सारी बातें की हैं।
हमारा एजुकेशन सिस्टम है खोखला
इमरान हाशमी अपनी फिल्म वाय चीट इंडिया पर बात करते हुए बोलते हैं कि यह फिल्म हमारे एजुकेशन सिस्टम के ऊपर आधारित है। इमरान हाशमी ने कहा कि हमारा एजुकेशन सिस्टम कितना ज्यादा खोखला, इससे बहुत लोग रूबरू नहीं है। दस साल स्कूल में हम यह तय नहीं कर पाते हैं कि हमे आगे क्या करना है, क्योंकि स्कूल हमे सिर्फ रटना सीखाता है और फिर यूनिवर्सिटी में लिमिट सीट और उसके बाद चीटिंग माफिया हर स्टेट में है। बस इन्ही मुद्दे पर वाय चीट इंडिया आधरित है। इमरान हाशमी पहले भी कह चुके हैं कि इस फिल्म को हर युवा को देखना चाहिए, क्योंकि कहानी हर युवा की है।
स्कूल लाइफ में कर चुके हैं चीटिंग
मीडिया से बात करते हुए इमरान हाशमी ने कहा कि मुझे इसका ज्यादा अनुभव नहीं है, लेकिन स्कूल लाइफ में एक बार मैंने भी चीटिंग की है। इमरान हाशमी ने खुलासा करते हुए कहा कि जब मैं स्कूल में था, तब एक बार पेपर लीक हो गये थे। हालांकि, मैंने पेपर खरीदा नहीं था, लेकिन मैंने कॉपी किया था, क्योंकि मैं फेल नहीं होना चाहता था और मेरे ऊपर प्रेशर बहुत ज्यादा था, इसलिए फेल होने के डर से मैंने कॉपी किया था और मैंने पढ़ाई भी नहीं की थी। साथ ही इमरान ने कहा कि स्कूल में मास चीटिंग भी होती है, जिससे पूरी क्लास बुक खोलकर चीटिंग करती है, तो मैंने भी मास चीटिंग किया।
वाय चीट इंडिया के ज़रिए करना चाहते हैं बदलाव
इमरान हाशमी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वे इस फिल्म के ज़रिए लोगों को मैसेज देना चाहते हैं कि हमारी सोसायटी में यह सबकुछ हो रहा है, जिसे हम सभी वाकिफ है, लेकिन अब इस मुद्दे पर खुलकर बात होनी चाहिए और इसमें बदलाव लाने की ज़रूरत है। इमरान हाशमी ने कहा कि बतौर फिल्म मेकर हमारी जिम्मेदारी बनती है कि समाज के नेगेटिव पहलू को जनता के सामने लाएं और लोगों को ज़ागरूक बनाएं।