राम का किरदार पाने के लिए अरुण गोविल को देनी पड़ी थी यह कुर्बानी, सालों बाद किया खुलासा
जब भी रामायण सीरियल की बात होती है तो आंखों को सामने राम के नाम पर एक ही चेहरा सामने आता है और वह है अरुण गोविल का। दर्शकों द्वारा पसंद किया जाने वाले शो में शामिल था रामायण। वैसे तो छोटे पर्दे पर रामायण को कई बार अलग अलग अलग तरीके से पेश किया है। इसमें कुछ हिट भी रहे, लेकिन कुछ फ्लॉप भी हो गए। साथ ही जब रामायण के नाम से लोग ऊबने लगे तो सीता के दृष्टिकोण से, हनुमान के औऱ रावण के दृष्टिकोण से रामायण को दिखाया गया। हालांकि इनमें सबसे ज्यादा हिट रहा रामानंद सागर की रामायण औऱ इसके किरदार।
अरुण गोविल बनें श्रीराम
इस शो में सबसे ज्यादा किसी किरदार ने सुर्खियां बटोरी थीं तो वह थे अरुण गोविल जो की श्रीराम के किरदार में नजर आए थे। उन्होंने राम बनकर लोगों के दिलों पर राज किया और आज उनकी उम्र 61 साल हो चुकी है। हालांकि जिस रोल ने उन्हें पूरे भारत में पूजनीय बना दिया उसे पाना उनके लिए बहुत कठिन था। अरुण गोविल ने कहा कि उन्होंने जब श्री राम के रोल के लिए ऑडिशन दिया तो उन्हें मना कर दिया था। इसके पीछे की वजह यह थी की रामानंद सागर एकदम प्योर तरीके से राम का किरदार बताना चाहते थे और उनकी इच्छा थी की राम का रोल जो भी करें वह किसी भी तरह की बूरी आदत ना रखता हो।
छोड़नी पड़ी सिगरेट
उस समय अरुण गोविल सिगरेट काफी पिया करते थे। इस रोल को पाने के लिए उन्होंने सिगरेट पीना छोड़ दिया था1. साथ ही इस रोल के बाद उन्होंने सिगरेट को हाथ भी नहीं लगाया। गौरतलब है कि उनके द्वारा निभाया गया राम का किरदार अमर बन गया। राम के रोल के बाद उन्हें किसी और तरह के किरदार निभाने का मौका नहीं मिला। वह कहते हैं कि राम की छवि इस कदर लोगों के मन में बसी है की आज भी लोग देखकर उन्हें प्रणाम करने लगते हैं।
इसकी वजह से उन्हें किसी दूसरे का रोल ऑफर नहीं हुआ। उन्होंने बताया की उनकी एक टीवी कंपनी है जो दूरदर्शन चैनल के लिए कार्यक्रम बनाती ह। उन्होंने कहा कि रामायण के बाद उन्हें कोई अच्छा काम नहीं मिला। अरुण गोविल ने विक्रम और बेताल में विक्रम का रोल किया जो काफी सफल रहा। इसके बाद उन्हें 1987 में रामायण में भगवान राम का रोल निभाने ला मौका मिला। उन्होंने इस किरदार को ऐसा जिया की लोग आज भी राम की छवि याद करते हैं को अरुण गोविल ही नजर आते हैं।
राम के किरदार में हुए अमर
अरुण गोविल का जन्म यूपी के मेरठ में हुआ था। मेरठ में कॉलेज की पढ़ाई के दौरान उन्हें एक्टिंग का शौक चढ़ा और इसलिए वह मुंबई आ गए। इसके बाद उन्हें श्रीराम का किरदार निभाने का मौका मिला। जिस तरह की सफलता उन्हें राम के किरदार से उन्हें मिलीं कह नहीं सकते कि यह उनके जीवन का सही फैसला था या नहीं। ऐसा इसलिए क्योंकि जहां राम के किरदार ने उन्हें अमर बना दिया वहीं इस किरदार ने उन्हें टीवी जगत में कभी सफलता हासिल नहीं करने दीं। आज भी लोगों के मन में राम नाम पर अरुण गोविल की ही तस्वीर छपी है।
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