आखिर क्यों निरमा वाशिंग पाउडर पर छपती थी एक बच्ची की तस्वीर, सच्चाई जानकर हो जाएंगे भावुक
निरमा वाशिंग पाउडर निरमा, दूध से सफेदी……बस इतना कहने की देर है बाकी का पूरा जिंगल आपने गा ही दिया होगा। हमारे देश में सिर्फ फिल्मों और टीवी शो के सॉन्ग ही नहीं बल्कि एड के सॉन्ग भी सबको मुंह जुबानी रटे रहते हैं। ऐसे में ही एक एड है निरमा वाशिंग पाउडर का जो हर घर में बिकने वाला फेमस सर्फ पाउडर था। आज तो सर्फ के नाम पर कई तरह के पाउडर सामने आ गए हैं, लेकिन एक वक्त ऐसा था जब सिर्फ निर्मा का जादू हर घर में चला करता था।
सिर्फ इसकी धुलाई ही नहीं बल्कि गाना भी मशहूर था। इस टीवी एड में एक छोटी सी सफेद बच्ची आती थी सफेद फ्रॉक पहनें जिसकी तस्वीर निरमा के पैकेट पर भी छपी रहती थी। उसका इस सर्फ पाउडर के साथ बहुत ही गहरा संबंध है। आपको बताते हैं पाउडर के पैकेट पर क्यों छपती थी इसी लड़की की तस्वीर।
वाशिंग पाउडर पर है बेटी की तस्वीर
निरमा वाशिंग पाउडर की नींव गुजरात के करसन भाई ने 1969 में रखी थी। उनकी एक छोटी सी बेटी थी जिसका नाम निरुपमा था। वह निरुपमा को जान से ज्यादा चाहते थे और उनकी इच्छा थी की उनकी बेटी एक दिन पूरी दुनिया पर छा जाए। करसन भाई की यह ख्वाहिश पूरी तो हुई, लेकिन बड़े ही दर्दनाक तरीके से। एक एक्सीडेंट में निरुपमा की जान चली गई। उस समय करसन भाई वाशिंग पाउडर के निर्माण कार्य में लगे थे। बेटी की असमायिक मौत ने उन्हें झकझोर के रख दिया। करसन भाई को धक्का तो लगा, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और काम जारी रखा।
जब उनके वाशिंग पाउडर का काम पूरा हुआ तो उन्होंने पैकेट पर अपनी बेटी निरमा का नाम और उसकी तस्वीर छपवाई। बेहद ही छोटे रुप से उन्होंने अपने कारोबार की शुरुआत की और यह वाशिंग पाउडर बेचने खुद अपनी साइकिल से निकला करते थे। यह नाम जब बाजार में फेमस हुआ तो लोग हर जगह निरमा निरमा का नाम लेने लगे और करसन भाई की यह ख्वाहिश पूरी हो गई।
ऐसे हर घर में पहुंचा निरमा पाउडर
हालांकि यहां तक निरमा को पहुंचाना भी आसान नहीं था। इसके बाद करसन भाई ने बहुत दिमाग लगाकर सही मार्किटिंग रणनीति के जरिए अपने इस प्रोडेक्ट को बेचा। जिस समय करसन भाई अपना प्रोडेक्ट बेचते थे उस वक्त पाउडर की कीमत 12 रुपए प्रति किलो था।करसन भाई ने अपना निरमा पाउडर 3 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेचना शुरु किया। ना उनके पाउडर में खूशबू थी ना केमिकल इसलिए सस्ते में बिकता। हालांकि सामान्य और गरीब बर्ग को ऐसे ही सस्ते पाउडर की जरुरत थी जो उनके बजट में आ सके और यहीं करसन भाई सफल हुए।
करसन भाई ने पहले अपने फैक्ट्री में काम करने वाले वर्कर्स की पत्नियों से अपील की की वह अपने गली मोहल्ले सभी जगह पर निरमा वाशिंग पाउडर की मांग करें। ऐसा करने पर दुकानदारों के मन में बैठ गया कि महिलाओं को निरमा वाशिंग पाउडर ही चाहिए। इससे मार्केट में उनका पाउडर चल निकला।
इतना ही नहीं उन्होंने एक दिन इसकी मार्केट को बढ़ाने के लिए निरमा का टीवी पर विज्ञापन देने का मन बनाया। उनका अनुमान ठीक निकला। गाने के साथ जब वाशिंग पाउडर लोगों की नजरों में आया तो लोगों में इसे खरीदने की होड़ बढ़ गई। धीरे धीरे निरमा हर जगह छा गया। उन्हें सफलता तो मिली, लेकिन बेटी के चले जाने का गम हमेशाउनके दिल में रहा।
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