दुनिया में कंजूस आदमियों की कोई कमी नहीं है और ऐसे लोगों को समाज में मजाक के पात्र समझा जाता है. कंजूस दो तरीकों के होते हैं एक वो जो सच में खर्च नहीं करना चाहते और दुनिया के हर ऐश से वंचित रहता है. ऐसे ही दूसरे तरीके के कंजूस होते हैं जो खर्चा तो नहीं करते लेकिन समय पड़ने पर पैसों से दूसरों की मदद कर देते हैं. आज हम आपको अमेरिका में रहने वाले एक ऐसे ही आदमी के बारे में बताने जा रहे हैं जो सालाना 48 लाख थी आमदनी फिर भी फटे जूते पहनता था ये शख्स, लेकिन फटे जूतों में टेप लगाकर पहनता था. ऐसे ही पूरी जिंदगी गुजार दी लोगों ने उसकी अजीबोगरीब लाइफस्टाइल का खूब मजाक बनाया, हालांकि उस इंसान की मौत हो गई है लेकिन उनसे जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई जो काफी दिलचस्प है.
सालाना 48 लाख थी आमदनी फिर भी फटे जूते पहनता था ये शख्स
अमेरिका के वाशिंगटन में रहने वाल 63 साल के एलेन नैमन का निधन साल 2018 में कैंसर की वजह से हो गया. उनकी मौत के बाद जब उनके वकील ने उनकी वसीयत पढ़ी तो 11 मिलियन डॉलर यानी करीब 77 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी गरीब बच्चों के नाम कर दी है. एलेन अक्सर अपनी कंजूसी के लिए पहचाने जाते थे वो सालाना करीब 47.5 लाख रुपये अर्न करते थे लेकिन खुद के ऊपर कभी एक रुपये मुश्किल से खर्च करते थे और दूसरों पर तो बिल्कुल भी खर्च नहीं करते थे. एलेन पूरी उम्र अकेले ही रहे, ना उन्होंने शादी की, ना उन्होंने किसी बच्चे को गोद लिया और ना ही उनके परिवार में कोई था. एलेन किसी से मिलना जुलना पसंद नहीं करते थे, गिनती के लोग उनसे बात करते थे और उन्हें भी एलेन के बारे में सबकुछ नहीं पता था. एलेन के निधन के बाद जब लोगों को पता चला कि जिंदगी भर उन्होंने खुद पर पैसा नहीं खर्च किया लेकिन जब वो गये तो गरीब, अनाथ, बीमार और बेसहारा बच्चों के नाम रुपया कर के गए तो लोग उनकी वाहवाही करने लगे. इतना पैसा उन्होंने सिर्फ एक नौकरी से नहीं कमाया बल्कि कई बार उन्होंने एक ही समय पर तीन-तीन नौकरियां भी कीं.
एलेन के एक दोस्त के मुताबिक, एलेन के पैरेंट्स की मौत के बाद भी उन्हें कुछ रुपया विरासत में मिला था. इसके अलावा उन्होंने अपने पैसों को कई जगह निवेश भी किया था जो लगातार बढ़ता रहा. एलेन का एक बड़ा भाई भी था जो कि मानसिक रूप से कमजोर था और उनकी जिम्मेदारी भी एलेन के ऊपर थी. एलेन सोशल सर्विस के दौरान जब गरीब बच्चों और उनकी मुश्किल भरी जिंदगी को देखते तो बहुत दुखी होते थे.
दूसरों के दुख देखकर दुखी होते थे एलेन
एलेन का स्वभाव बहुत अलग था वो दूसरों के दुख में दुखी जरूर होता था लेकिन कभी अपने मन की बात किसी से नहीं कहता था. इसी वजह से उनसे सोच लिया था कि वो अपनी सारी प्रॉपर्टी गरीब बेसहारा बच्चों के नाम कर देगा. एलेन के निधन के बाद पता चला कि वो अपनी सारी प्रॉपर्टी अलग-अलग फील्ड से जुड़ी संस्थाओं को दान करके गया. जिसमें अनाथालय, हॉस्पिटल्स और वृद्धाश्रम जैसी संस्थाएं शामिल है. बच्चों के एक हॉस्पिटल में उन्होंने 2.5 यानी 17.5 करोड़ रुपये दान में देकर चला गया. एलेन जिन-जिन संस्थाओं को दान देकर गया और उनसे उनका कोई लेना-देना नहीं था. एलेन ने जिंदगीभर दूसरों के लिए सोचा और दूसरों के लिए अपने दिमाग से पैसा कमाते थे.