जयपुर दर्शनीय स्थल: गुलाबी नगरी की यह टॉप 3 जगहें हैं सबसे बेहतरीन, देखें तसवीरें
जयपुर दर्शनीय स्थल: जैसे कि हम सब जानते ही हैं कि नए साल की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में नए साल में अगर आप अपने परिवार के साथ छुट्टियाँ बिताने का प्लान बना रहे हैं तो जयपुर दर्शनीय स्थल आपके लिए सबसे उत्तम स्थल साबित हो सकता है. राजस्थान की राजधानी जयपुर को गुलाबी नगरी अर्थात ‘पिंक सिटी’ के नाम से भी जाना जाता है. जयपुर शब्द का अर्थ है जीत की नगरी. इस नगरी को 1727 में कुशवाह राजपूत राजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने बसाया था. उस समय जयपुर का निर्माण करने के लिए कईं प्रकार के शिल्पी एवं लाल पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था. जिसके कारण बाद में इसका नाम गुलाबी नगरी पड़ गया. दिलवालों की दिल्ली से लगभग 262 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जयपुर दर्शनीय स्थल में घूमे के लिए रेल, बस और हवाई सुविधाएं उपलब्ध करवाई गईं हैं.
जयपुर दर्शनीय स्थल राजस्थान की ख़ूबसूरती में चार चाँद लगाते हैं. यह भारत का सबसे रंगीन और ओजस्वी शहर माना गया है जोकि तीन तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है. यहाँ हर साल लाखों टूरिस्ट घूमने आते हैं. यदि आप भी किसी पारिवारिक स्थल पर घूमने का विचार कर रहे हैं तो जयपुर दर्शनीय स्थल आपके लिए सबसे अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है. इस लेख में हम आपको जयपुर दर्शनीय स्थल के 5 ऐसे फेमस स्थल बताने जा रहे हैं, जो जयपुर नगरी को सबसे बेहतरीन नगरी बनाते हैं. आप यहाँ एक हफ्ते तक आराम से घूम सकते हैं.
जयपुर दर्शनीय स्थल – हवा महल
यदि आपको पुराने जमाने की शिल्प्कारियां और कलाकृतियाँ देखने का शौंक है तो आप जयपुर दर्शनीय स्थल के हवा महल जा सकते हैं. जयपुर की यात्रा की शुरुआत करने के लिए हवा महल सबसे अच्छा विकल्प है. यह महल अपनी उत्कृष्ट वस्तुलता और इतिहास के लिए जाना जाता है. हवा महल का निर्माण कार्य 1799 में महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने करवाया था. जयपुर दर्शनीय स्थल के हवा महल की खासियत इसकी 953 खिड़कियाँ हैं. इन खिडकियों से महल में चारों ओर हवा का प्रसार रहता है. बता दें कि उस समय इस हवा महल का निर्माण राजपूत राजसी महिलाओं के लिए किया गया था ताकि वह महल की खिडकियों से शहर भर में हो रही गतिविधियों पर नजर रख सकें.
जयपुर दर्शनीय स्थल – सिटी पैलेस
जयपुर दर्शनीय स्थल में सिटी पैलेस हवा महल के बाद दूसरा सबसे उत्तम घूमने लायक स्थल है. इसे महाराजा सवाई जय सिंह ने 1729 से 1732 ई.पू. के बीच बनवाया था. इस पैलेस को राजा महाराजाओं की शान-ओ-शौकत देख कर बनाया गया था इसलिए यहाँ चंद्र महल, प्रीतम निवास चौक, दीवान-ए-ख़ास, दीवान-ए-आम, महारानी पैलेस, मुबारक महल आदि शामिल हैं जो जयपुर दर्शनीय स्थल की शोभा दुगुनी करते हैं. यहाँ जाकर आप खुद को जन्नत में महसूस करेंगे. यह उस समय के राजाओं की सांस्कृतिक विरासत को बखूबी दर्शाता है.
जयपुर दर्शनीय स्थल – रॉयल गैटोर
रॉयल गैटोर जयपुर दर्शनीय स्थल का तीसरा उत्तम और देखने लायक स्थल है. हवा महल से कुछ दूरी पर मौजूद इस रॉयल गैटोर की सैर करना आपकी यात्रा को और भी हसीन बना सकता है. असल में यह स्थल शाही परिवारों की समाधि के रूप में जाना जाता है जोकि नाहरगढ़ किले के निचले हिस्से में बना है. इस फेमस जगहे पर महाराजा माधो सिंह द्वितीय, प्रताप सिंह और सवाई जय सिंह के स्मृति चिन्ह भी बने हुए हैं. इस पूरी जगह का निर्माण संगमरमर से किया गया है.