नेस्ले ने सुप्रीम कोर्ट में कबूला मैगी में है खतरनाक सीसा, कोर्ट ने पूछा क्यों खाए मैगी?
मैगी या नूडल्स का दिवाना हर कोई हो चुका है। फिर चाहे आप बच्चें हो या बड़े। आपको मैगी या नूडल्स खाने में एक अलग ही आनंद प्राप्त होता है। मैगी या किसी अन्य कंपनी के नूडल्स खाने में जो मज़ा मिलता है, वो शायद किसी और चीज़ में मिलता हो। झट से बनकर तैयार होने वाला नूडल्स बच्चों से लेकर बुजुर्गों के दिलों में राज करता है। ये न सिर्फ झट से बन जाता है, बल्कि इसका स्वाद भी अच्छा होता है। ऐसे में अगर आप नूडल्स खाते हैं और वो भी नेस्ले का नूडल्स तो आपके लिए यह खबर है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
साल 2015 में मैगी विवादों में घिरी थी। उस समय सरकार द्वारा मैगी पर बैन लगा दिया गया था, लेकिन कुछ दिनों बाद कंपनी ने अपनी गुणवत्ता को सही साबित किया और फिर से मार्केट में उतर गया। बच्चे नेस्ले का मैगी खाने में बहुत दिलचस्पी रखते हैं, लेकिन अब इस खबर के बाद आप अपने बच्चे को मैगी खिलाने से पहले सौ बार सोचेंगे और फिर यही फैसला करेंगे कि नहीं खिलाएंगे। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में कंपनी के वकील ने माना कि मैगी में सीसा शामिल है, जोकि एक खतरनाक ज़हर है।
नेस्ले ने माना मैगी में है सीसा
लेड (सीसा) का अधिक सेवन करने से कई तरह के हैल्थ नुकसान देखने को मिलते हैं और कई बार जान भी जा सकती हैं। नेस्ले की तरफ से मैगी विवाद में यह कहा गया कि मैगी में अधिक मात्रा में लेड यानि सीसा पाया जाता है। मतलब साफ है कि कंपनी यह मान रही है कि मैगी में लेड पाया जाता है, लेकिन फिर भी लोगोंं की लाइफ के साथ वे खिलवाड़ कर रहे हैं। कंपनी द्वारा यह मानने पर एक बार फिर से नेस्ले बनाम सरकार की लड़ाई का रूख बदल गया है और इस मामले ने तूल पकड़ लिया।
जून 2015 में हो गया था बैन
बताते चलें कि भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने जून, 2015 में निश्चित सीमा से अधिक लेड (सीसा) पाये जाने की वजह से नेस्ले के लोकप्रिय नूडल ब्रांड मैगी पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके बाद कंपनी ने फिर से मॉर्केट में मैगी को बेचना शुरू किया, लेकिन अब जब कंपनी ने इस बात को खुद स्वीकारा है, तो सवाल यह उठता है कि क्या अब कंपनी द्वारा मैगी मॉर्केट में बिकना बंद हो जाएगा। हालांकि, अब इस मसले पर सरकार और कोर्ट ही फैसला लेगी।
सुप्रीम कोर्ट ने नेस्ले से पूछा क्यों खाए मैगी?
सुप्रीम कोर्ट में जब नेस्ले के वकीलों ने यह कबूला कि मैगी में अधिक मात्रा में लेड यानि सीसा पाया जाता है तो कोर्ट ने सवाल उठाते हुए झट से कहा कि अगर आपको पता है तो लोग इसे क्यों खाएं? बता दें कि कंपनी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत किया है। कंपनी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में जो भी आदेश देगी, उसका हम स्वागत करेंगे और उसी आधार पर अगला कदम उठाएंगे।