चुनावों के बाद राहुल गांधी और बहन प्रियंका ने ली चैन की सांस, इस जगह उठाया मैगी-कॉफी का मजा
दो जगहों से बड़ी जीत मिलने पर कांग्रेस में जान आ गई है और अब उन्हें हौसला मिल रहा है कि वो 2019 का लोकसभा चुनाव में वो स्टैंड ले सकते हैं. पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ-साथ सभी कार्यकर्ताओं को उम्मीद मिली है कि शायद अब वो अपनी कांग्रेस सरकार स्थापित कर पाएंगे. इन सबसे थोड़ा निश्चिंत होकर राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा और उनके बच्चे शिमला छुट्टी मनाने जा रहे हैं.
बता दें कि राहुल अपनी मां सोनिया गांधी से ज्यादा अपनी बहन प्रियंका गांधी के करीब हैं और इन्हें अक्सर दिल्ली की सड़कों पर घूमते देखा गया है. खैर अब चुनावों के बाद राहुल गांधी ने बहन के साथ ली चैन की सांस, इस दौरान उन्होंने कुछ जलपान ग्रहण किया.
चुनावों के बाद राहुल गांधी ने बहन के साथ ली चैन की सांस
एक कांग्रेसी नेता और राहुल गांधी के करीबी ने बताया कि शिमला के निकट छराबरा में प्रियंका गांधी का एक घर मकान बन रहा है जिसे देखने और कुछ पल अपने परिवार के साथ बिताने के उद्देश्य से राहुल और प्रियंका वहां गए हैं. ये दोनों सड़क मार्ग से दिल्ली से शिमला मंगलवार को पहुंचे. इस दौरान इन्होंने एक ढाबे में स्टे लिया जहां पर कुछ स्थानीय कांग्रेस नेता उनसे मिलने पहुंचे. रास्ते में सोलन जिले में वे कुछ देर रुके चाय नाश्ता किया और स्थानील कांग्रेसी नेता और कुछ महिलाओं से मिले, जहां सभी राहुल गांधी को मध्यप्रदेश और राजस्थान की इतनी बड़ी जीत की बधाई देता नजर आया. वहां के स्थानीय नेता ने बताया कि राहुल गांधी ने उनसे कहा है कि वे हिमाचल प्रदेश अपने एक पर्सनल दौरे के लिए आए हैं. कांग्रेस नेता ने ये भी बताया कि राहुल गांधी, प्रियंका और उनके बच्चे छराबरा के एक होटल में रुके थे जहां से देर रात वो लोग शिमला के लिए निकल गए. देर रात रास्ते में राहुल, प्रियंका और उनके बच्चों ने तरनतारन ढाबे में करीब आधें घंटे समय बिताया और यहां पर सभी ने गरम-गरम मैगी खाई और हॉट कॉफी भी पी.
राहुल गांधी इस जीत को मानते हैं अहम
साल 2014 में कांग्रेस को बहुत बडी़ हार मिली थी इसके बाद निरंतर कांग्रेस एक मजाक बनकर रह गई. प्रधानमंत्री के दावेदार राहुल गांधी को कोई भी सीरियस लेने को तैयार नहीं क्योंकि उनके कुछ भाषण से लोग अप्रभावित नजर आए. मगर 5 राज्यों में तीन सबसे बड़ी जीत के बाद अब राहुल गांधी और कांग्रेस को संजीवनी बूटी मिल गई है, पार्टी के सभी नेता इस उम्मीद में सो गए थे कि अब तो इस पार्टी का कुछ होना नहीं है लेकिन मध्यप्रदेश और राजस्थान की जीत ने एक बार फिर उन्हें जगाया और हौसला दिया. अब देखना ये है कि साल 2019 में लोकसभा चुनाव कौन जीतता है और प्रधानमंत्री की कुर्सी पर राहुल गांधी बैठते हैं या फिर एक बार फिर हर-हर मोदी के नारे लगेंगे.