22 का बॉयफ्रेंड और 19 साल की गर्लफ्रेंड, ऐसे हुआ डेढ़ साल के इश्क़ और दो मासूम जिंदगियों का ख़ौफ़नाक अंत
प्यार जितना खूबसूरत होता है उतना ही खौफनाक भी माना जाता है. इसमें दो प्यार करने वाले जब रिलेशन में ईमानदार होते है तब तक सब सही होता है लेकिन अगर एक भी बेवफा निकले तो दूसरा या तो अपनी बुरी किस्मत समझकर भूल जाता है या फिर उस प्यार को अपना जुनून बनाकर कुछ भी कर गुजरता है. कुछ ऐसा ही हुआ देहरादून में, जहां एक 22 साल लड़का जिसका नाम कृष्णा और 19 साल की लड़की कशिश मान एक दूसरे से बेहद प्यार करते थे. ऐसे हुआ डेढ़ साल के इश्क़ और दो मासूम जिंदगियों का ख़ौफ़नाक अंत, इनके प्यार का अंत ऐसा हुआ जिसे उन्होंने कभी सोचा भी नहीं होगा.
ऐसे हुआ डेढ़ साल के इश्क़ और दो मासूम जिंदगियों का ख़ौफ़नाक अंत
जिस प्यार के साथ कृष्णा पूरी जिंदगी गुजारना चाहता था उसने उसी को अपने हाथों से मार दिया सिर्फ शक के आधार पर. ऐसे लोग ये भी नहीं सोचते कि उनके पीछे उनके परिवार का क्या होगा. कृष्णा चार बहनों में अकेला भाई था और उसने अपनी गर्लफ्रेंड को अपने जीजा परमवीर (निक्की) के फ्लैट में बुलाया. कशिश नहरों वाली गली में रहती थी और कृष्णा कैनाल रोल का निवासी था. इनका अफेयर डेढ़ सालों से चल रहा था और जब कृष्णा को शक हुआ कि उसकी गर्लफ्रेंड उसे धोखा दे रही है जो पता नहीं सच था या नहीं सिर्फ शक के बुनियाद पर उसने अपनी चाहत खो ही खत्म कर दिया और खुद पंखें से लटककर अपनी भी जान दे दी. क्षेत्राधिकारी मसूरी बीएस चौहान ने बताया कि फौरी पड़ताल में इस मौत के बारे में कुछ अहम बातें सामने आई हैं.
युवती के गले में किसी महीन धारीधार चीज का निशान है जिसे बहुत ही सफाई से रेंता गया है इसके बाद पूरे घर में खून ही खून बिखरा था. खून इस तरह से बिखरा था ऐसा लग रहा था कि युवती को मारने के बार कृष्णा खुद को मारने के लिए कुछ ढूंढ रहा हो. एक ड्रॉर खुला था जिसमें टूल्स बिखरे हुए थे और उसमें एक लंबा तार काटा गया. वही तार कृष्णा के गले में लिपटा मिला इस बात से पुलिस पूरी तरह से साफ है कि उसने पहले कशिश को मारा फिर खुद को फांसी के फंदे पर लटका दिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब फ्लैट का दरवाजा खोला तो सामने का नजारा हैरान कर देने वाला था. एक युवती की लाश बेड पर पड़ी और युवक पंखे में लटका था. युवती के गले और युवक की कलाई से खून बह रहा था इसके अलावा बेड के आस-पास खून की नदियां बही हुई थीं.