जानें क्या है ब्रेन ट्यूमर के लक्षण, कारण औऱ इलाज
कैंसर एक बेहद ही गंभीर और खतरनाक बीमारी है। शरीर के किसी भी हिस्से में कैंसर का होना बहुत ही खतरनाक हो सकता है, लेकिन अगर दिमाग में यह कैंसर हो जाए तो समस्या बहुत पहले ही बढ़ जाती है। हमारा दिमाग में ही हमें कोई काम करने का कमांड देता है जब उसमें कैसर होने लगता है तो दिमाग के कमांड देने की क्षमता पर असर पड़ता है ऐसे मे पीड़ित व्यक्ति अजीब हरकतें करने लगता है। आपको बताते हैं क्या हैं ब्रेन ट्यूमर? क्या हैं इसके लक्षण और उपाय? कई बार ब्रेन ट्यूमर के लक्षण लंबे समय के बाद असर दिखाते हैं इसलिए किसी भी लक्षण से धोखा ना खाएं और ऐसा कुछ होने पर पहले डॉक्टर को दिखाएं।
लक्षण
- सिरदर्द होना
- चक्कर या उल्टी आना
- जी मिचलाना
- आंखों की समस्या होना, धूंधला दिखना
- एक हाथ या पैर में झनझनी चढ़ना
- बोलने या समझने में परेशानी होना
- हर दिन का काम करने में दिक्कत होने लगना
- सुनने या स्वाद समझने में गड़बड़ कर देना
- लिखने या पढ़ने में समस्या होना
क्या हैं ब्रेन ट्यूमर होने के कारण
दिमाग में कोशिकाएं जरुरत से ज्यादा तेजी से बढ़ने और फैलने लगती हैं तो इसे ब्रेन ट्यूमर कहते हैं। इसके आस पास मौजूद टीश्यू और आर्गन खराब होने लगते हैं।
परिवारिक
कई बार ब्रेन ट्यूमर वंशानुगत भी हो सकता है। कह सकते हैं कि पहले किसी को परिवार में ऐसा कुछ रहा हो तो आने वाली जनरेशन को यह मिल सकता है। हालांकि यह 5 से 10 प्रतिशत होता है।
उम्र
यह बात भी एक फैक्ट है कि 40 वर्ष की उम्र पार करने के बाद ब्रेन ट्यूमर का खतरा काफी बढ़ जाता है। सैकेंडरी ब्रेन ट्यूमर अक्सर 40 वर्ष के बाद होते हैं।
विषाणु
कई बार ब्रेन ट्यूमर होने के पीछे की वजह कोई विषाणु होता है। दूषित या गंदी चीजों से भी शरीर में ऐसी भयावह बीमारी हो जाती है। खतरनाक केमिकल या रेडिएशन से भी यह समस्या हो सकती है। इस बीमारी से दिमाग की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं।
ब्रेन ट्यूमर का इलाज
सर्जरी
इसका उपयोग तब करते हैं जब आपके दिमाग में ट्यूमर ऐसी जगह हो जहां उसका इलाज संभव हो। अगर ट्यूमर को हटाने से आपके दिमाग पर और किसी तरह का असर ना पड़े तो इसका इलाज किया जाता है।
रेडियशन
ट्यूमर की कोशिकाओं को खत्म करने के लिए एक्स रे विकिरण या प्रोटान से उर्जा विकिरण कर रेडिएशन थेरेपी दी जाती है। विकिरण की बाहरी बीम सिर्फ आपके दिम के ट्यूमर प्रभावित क्षेत्र पर असर डालती है।
रेडियो सर्जरी
इसका इस्तेमाल बहुत ही छोटे और छिपे हुए ट्यूमर को उच्च उर्जा देकर खत्म किया जाता है। ब्रेन ट्यूमर को खत्म करने क लिए रेडियो विकिरण को ज्यादा मात्रा में एक ही जगह पर डाला जाता है।
कीमोथेरेपी
इसका इस्तेमाल ट्यूमर को दवाओं से मारने के लिए किया जाता है। ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए कीमोथेरेपी का इस्तेमाल करते हैं। इसकी दवाओं की पॉवर काफई हार्ड होती हैं औऱ यह शरीर पर दूसरा नकारात्मक प्रभाव डालती हैं जिसमें बालों का गिरना औऱ दूसरी चीजें भr शामिल हैं।
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