शुरू हो चुका है मलमास का महीना, जानिए इस महीने क्यों नहीं होते हैं मांगलिक कार्य?
हिंदू धर्म में परंपराओं का विशेष महत्व है। यहां हर काम के लिए एक मुहूर्त होता है। मुहूर्त के हिसाब से ही हर काम किया जाता है। ग्रहो के चाल के हिसाब से चीज़े तय होती है। हिंदू धर्म के अनुसार, अब एक महीने तक कोई भी शुभ काम करना वर्जित है। 16 दिसंबर से खरमास लग चुका है, जिसे आम भाषा में मलमास भी कहते हैं। इसके मुताबिक, अब एक महीने तक कोई भी शुभ काम नहीं होगा। यानि इस दौरान मंगल कार्य करने से अमंगल होने की संभावना बढ़ जाती है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
हिंदू धर्म परंपराओं के मुताबिक, जहां एक तरफ कुछ वक्त ऐसे होते हैं, जिसमें शुभ काम किये जाते हैं तो वहीं कुछ वक्त ऐसे निर्धारित होते हैं, जिसमें शुभ कार्य वर्जित होते हैं और इसे खरमास या मलमास कहते हैं। बहुत सारे लोग खरमास से अवगत होंगे। यह इस बार 16 दिसंबर से 14 जनवरी, 2019 तक होगा। 15 जनवरी, 2019 से नया महीना और शुभ महीना शुरू हो जाएगा और तब आप कोई भी शुभ काम कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि आखिर ये खरमास या मलमास क्या होता है?
क्या होता है मलमास?
जब सूर्य देव मीन और धुन राशि में प्रवेश करते हैं तो इसे मीन और धुन संक्रांति कहते हैं। यूं तो सूर्य किसी भी राशि में एक महीने तक रहते हैं, लेकिन मीन और धनु राशि में जब प्रवेश करते हैं, तो इसे अधिक मास के रूप में जाना जाता है और इसे मलमास कहते हैं। इस महीने में सभी शुभ कार्य वर्जित होते हैं, जिसमें शादी, मुंडन, गृह प्रवेश, नया खरीदना या कोई अन्य शुभ कार्य शामिल है। इतना ही नहीं, इस महीने में कोई व्रत नहीं शुरूआत करते हैं और नही कोई व्रत खत्म करते हैं।
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मलमास में क्या करना चाहिए?
यूं तो मलमास के महीने में सभी शुभ काम वर्जित होते हैं, लेकिन इस समय यदि जप तप किया जाए तो व्यक्ति को अभय शक्ति प्रदान होती है। मलमास में जप, तप, तीर्थ यात्रा, कथा श्रवण और दान पुण्य का खास महत्व होता है। इसलिए इस पूरे महीने व्यक्ति को अपना ध्यान ईश्वर के प्रति लगाना चाहिए। मान्यता है कि इस महीने जो भी शख्स दान पुण्य करता है, वह साल भर सुखी रहता है, क्योंकि महीना दान पुण्य के लिए बेहतर माना जाता है।
मलमास में क्यों नहीं करने चाहिए शुभ काम?
हिंदू धर्म में प्रचलित मान्यताओं के मुताबिक, इस महीने में किए गये सभी शुभ काम अशुभ फल देते हैं, इसलिए इस महीने कोई शुभ काम नहीं करना चाहिए। इतना ही नहीं, माना जाता है कि जब सूर्य बृहस्पति गुरू के राशि में प्रवेश करते हैं, तो व्यक्ति को शुभ काम करने से बचना चाहिए। उत्तर भारत में तो लोग नये कपड़े भी नहीं खरीदते हैं, क्योंकि वहां इस चीज़ की काफी ज्यादा मान्यता है। ऐसे में इस समय हर किसी को ईश्वर की भक्ति में लीन हो जाना चाहिए। (और पढ़ें – मांगलिक दोष)
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