देश की सर्वोच्च अदालत ने बहुचर्चित डील राफेल विमान पर सुनाया है। जी हां, सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए राफेल डील की याचिका को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। राफेल डील को लेकर पिछले कुछ महीनों से जमकर राजनीति हो रही है। सरकार और विपक्ष इस मुद्दे पर आमने सामने हो चुके थे, लेकिन अब इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को लेकर न सिर्फ केंद्र की मोदी सरकार को क्लीन चीट दिया है, बल्कि इस मामले को ही पूरी तरह से खारिज कर दिया। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
सुप्रीम कोर्ट के जज रंजन गोगोई ने कहा कि राफेल सौदे में कोई संदेह नहीं है। कोर्ट ने कहा कि हमने सभी दस्तावेजो को पढ़ा और उसके बाद हम यह कह रहे हैं कि इस डील में सभी प्रक्रिया को फॉलो किया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि किसी भी इंटरव्यू के आधार पर हम इस डील पर सवाल नहीं उठा सकते हैं या एक राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है और यह पूरी तरह से सरकार का अधिकार है। कोर्ट ने यह कहा कि भारत सरकार के अनुसार इस डील से देश को फायदा हुआ है और देश के लिए यह एक अच्छा सौदा है और इस पर कोई बात नहीं होगी।
तो क्या अब राहुल गांधी मांगेंगे माफी?
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जहां भी जाते, वहां से राफेल डील का मुद्दा उठाते। अपने संवाद में राहुल गांधी राफेल को लेकर देश का चौकीदार चोर है, का नारा लगवाते। ऐसे में अब सवाल यह खड़ा होता है कि क्या देश के चौकीदार को चोर कहने वाले राहुल गांधी अब देश की जनता को गुमराह करने के लिए उससे माफी मांगेगे? या फिर इस मुद्दे पर कांग्रेस नया कदम उठाएगी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद याचिकाकर्ता प्रशांत भूषण ने इस फैसले को पूरी तरह से गलत ठहराया है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे को लेकर पीएम मोदी की छवि पर दाग लगाने की भी कोशिश की, ऐसे में अब जब केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर क्लीन चिट मिल चुकी है तो क्या राहुल देश की जनता से माफी मांगेंगे? क्या वे इस मुद्दे पर जनता को गुमराह करने की नैतिक जिम्मेदारी उठाते हुए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सही कहेंगे। बहरहाल, यह तो अब वक्त ही बताएगा, लेकिन फिलहाल इस मुद्दे पर सियासी पारा जमकर गरम होने वाला है।